भिवानी के देवसर गांव की पांच दोस्तों की प्रसिद्ध टोली को मानो किसी की नजर लग गई। बुजुर्ग अवस्था में होने के बावजूद भी ये पांचों दोस्त हमेशा साथ ही रहते थे। पांचों काफी खूसमिजाज भी थे। लेकिन किसी को कहां मालूम था कि उन पर कहर बरपने वाले है। पांचों दोस्तों की टोली ने बारिश व बिजली से बचने के लिए जिस पेड़ का सहारा लिया वही उनके लिए काल का ग्रास बन गया।
आसमानी बिजली गिरने के कारण मरने वाले 56 वर्षीय रणधीर और 38 वर्षीय रवींद्र की गजब की दोस्ती थी। दोनों पशु पालकर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे थे। लेकिन एक ही झटके ने उनके परिवार से सहारा छीन लिया। दोनों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, दोनों के परिवार से पालन – पोषण के सहारे छिन गए।
भिवानी के गांव देवसर निवासी 56 वर्षीय रणधीर, 38 वर्षीय रवींद्र, 55 वर्षीय रामफल, 70 वर्षीय धनपत और 45 वर्षीय सुघन पशु पालकर अपने परिवार का गुजारा करते थे। सभी के परिवार उन पर आश्रित थे। आसमानी बिजली गिरने से मरने वाले रणधीर व रवींद्र के बच्चों के सिर से पिता का साया ही उठ गया। कहा जाता है कि यदि आसमान में बिजली कड़क रही हो तो कभी भी पेड़ के नीचे खड़े नहीं होना चाहिए। लेकिन इस बात से अनजान पांचों दोस्तों ने पेड़ का ही सहारा लिया। आसमानी बिजली गिरने से रणधीर और रवींद्र की मृत्यु हो गई जबकि रामफल, धनपत और सुघन घायल अवस्था में अस्पलात में भर्ती हैं।
56 वर्षीय रणधीर के कंधों पर परिवार के पालन – पोषण का बोझ तो था ही, साथ ही उन्हें अपने बच्चों बेटी कोमल व बेटे संदीप की शादी भी करनी थी। लेकिन एक ही झटके ने उनके सपने तो पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया। पिता की मृत्यु के बाद अब बेबस मां पर ही दोनों बच्चों की शादी का बोझ आ गया है।
वहीं 38 वर्षीय रवींद्र के दो बच्चे हैं 12 साल का मोहित और 10 साल का सर्वोत्तम। रवींद्र ने चार भैंस पाली हुई थीं, जिनका दूध बेचकर ही वह अपने परिवार का लालन – पालन करता था। लेकिन प्रकृति की इस घटित घटना ने न केवल बच्चों के सिर से पिता का सहारा छीन लिया बल्कि पत्नी पर भी दुखों का पहाड़ टूट गया।
बता दें कि पांचों दोस्त अपनी भैंसों को चराने खेत में गए हुए थे। तेज बारिश के दौरान आसमानी बिजली उसी पेड़ पर गिरी जिसके नीचे वे बारिश से बचने के लिए बैठे हुए थे। रणधीर और रवींद्र आसमानी बिजली गिरने के कारण बुरी तरह से झुलस गए, मौके पर ही उनकी मौत हो गई। चीख – पुकार सुनकर खेतों के आसपास मौजूद लोग वहां पहुंचे व पांचों को सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
भिवानी आपात विभाग सामान्य विभाग की डॉक्टर अंकिता ने बताया कि गांव देवसर के कुछ ग्रामीण पांचों व्यक्तियों को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल लेकर आए। ग्रामीणों ने बताया कि उन पर आसमानी बिजली गिरी है। पांचों बुरी तरह से झुलस गए थे तथा रणधीर और रवींद्र की तो अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी। घायल रामफल, सुघन व धनपत को उपचार के दौरान पीजीआई रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि रामफल की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…
भारतीय जनता पार्टी के फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने…