किसी भी व्यक्ति को जेल के नाम से बहुत डर लगने लगता है। गुनाह करने पर ही सजा मिलती है ऐसा सभी को पता है लेकिन अमेरिका में एक व्यक्ति को हत्या और बलात्कार के झूठे मामले में 37 साल जेल में गुजारने पड़े। शख्स की जिंदगी बलात्कार और हत्या के झूठे मामले में फंसकर तबाह हो गई। उसे 37 साल जेल में गुजारने पड़े।
अगर अपराधी गुनाह करता है, तो उसकी सज़ा भी उसे दी जाती है। लेकिन निर्दोष को सजा मिले यह कोई बात नहीं। इस मामले में डीएनए टेस्ट के आधार पर यह बात सामने आई है कि जिस अपराध की सजा वह सालों से भुगत रहा था, वो उसने किया ही नहीं था।
सोचिए किसी को अपनी ज़िंदगी के लगभग 40 साल जेल के अंदर गुजारने पड़ जाएं, अब पीड़ित ने जेल से रिहा होने के बाद पुलिस अधिकारियों और फोरेंसिक टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। 56 साल के रॉबर्ट डुबोइस को 1983 में बारबरा ग्राम्स नाम की एक महिला की हत्या और बलात्कार के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।
बिना किसी गुनाह के इतना लंबे समय तक सजा काटना पीड़ित के लिए श्राप ही हो सकता है। दोषी पाए जाने के बाद उन्हें तीन साल मौत की सजा पाए कैदियों के साथ रखा गया। पिछले साल इस मामले में नए डीएनए सबूतों के आधार पर यह बात सामने आई कि बारबरा ग्राम्स की हत्या रॉबर्ट डुबोइस ने नहीं की थी।
रिहा होने के बाद शख्स ने पुलिस अधिकारियों और फोरेंसिक डेंटिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। रेप और हत्या के झूठे मामले में फंसकर उनकी ज़िंदगी ही तबाह हो गई।
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