फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के नाम से जाना जाता है।लेकिन इसमें स्मार्ट जैसा कुछ भी नही। अगर बात करें फरीदाबाद से टूटी सड़को की तो उन्होंने भी लोगो को परेशान करा हुआ है ऐसे में लोगो का फरीदाबाद की सड़को पर आवन जावन में मुस्किलो का सामना करना पड़ता है। वही लोग सरकार को गालियां देते दिखाई देते हैं। ऐसे में लोगो का कहना होता है की सरकार ने किया ही क्या है। फरीदाबाद की सड़कें एकदम खराब और टूटी हुई हो चुकी है।
फरीदाबाद की हार्डवेयर वाली रोड पर गड्ढों का कुछ यह हाल है कि वहां पर आए दिन कोई ना कोई बड़ा हादसा देखने को मिलता है वही बात करें उस सड़क की बनने की तो 23 अप्रैल से वहा का काम होना शुरू हो गया था लेकिन बारिश के कारण एक बार फिर काम रोक दिया गया था।
वही आपको बताए की करीब छह करोड़ की लागत से बनने वाले हार्डवेयर प्याली रोड का काम महीनों से बंद पड़ा है। सड़क बनाने वाला ठेकेदार दो करोड़ रुपए खर्च कर पैसों के इंतजार में काम कर दिया है।
इसका खामियाजा एनआईटी की जनता को भोगना पड़ रहा है। अभी तक ठेकेदार महज 30 फीसदी ही सड़क बना पाया है। ये सड़क महज डेढ़ किलोमीटर तक बननी है।प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार ने पैसा देने से मना कर दिया है।
ऐसे में नगर निगम प्रशासन को हीफंड की व्यवस्था करनी पड़ेगी। निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने खुद माना कि सरकार की ओर से कोई फंड नहीं मिल पाया है।
5 महीने से केवल 30 फ़ीसदी ही काम हो पाया है।हार्डवेयर – प्याली रोड को बनाने का काम इसी साल अप्रैल महीने में शुरू किया गया था। साढ़े 5 महीने बीत जाने के बाद भी ठेकेदार ने महज 30 प्रतिशत के करीब काम किया है।
आज भी एनआईटी के लोगो को मथुरा हाईवे पर 2 नंबर से घूम कर जाना पड़ता है क्युकी अभी भी हार्डवेयर प्याली सड़क का काम 70 प्रतिशत बाकी है। ऐसे में यहा पर इतने गड्ढे बन चुके है की समझ नहीं आता की सड़क में गड्ढे है या गड्ढे में सड़क।
हार्डवेयर -प्याली रोड एनआईटी की कॉलोनियों की लाइफ लाइन कही जाती है। ये एक मात्र सडुक है जो कॉलोनियों को हाइवे से जोड़ती है। इस सड़क का जवाहर कॉलोनी, सारन, पर्वतिया कॉलोनी, नंगला, डबुआ कॉलोनी, एनआईटी दो नंबर, जनता कॉलोनी, कपड़ा कॉलोनी, प्रेस कॉलोनी के लोग इस्तेमाल करते हैं।
इस जर्जर सड़क को बनवाने के लिए शहर की कई सामाजिक संगठनों ने आंदोलन किया था। जिसके बाद निगम प्रशासन नींद से जागा और 6 करोड़ रूपये की लागत से हार्डवेयर- प्याली रोड को बनाने का काम 23 अप्रैल को शुरू कर दिया गया। ठेकेदार को 6 महीने के अंदर इसे बनाना था। सूत्रों ने बताया के पैसे न मिलने के कारण ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। अब इसका खामियाजा आम जनता को भगुतना पड़ रहा है।
ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…