पुष्कर की मरुभूमि में सजी पशुओं की मंडी में एक से बढ़कर एक बेशकीमती व आकर्षक ऊंट और घोड़े-घोड़ी आए हैं। वहीं इनमें सबसे आकर्षक है बेहद वजनी व कीमती भीमकाय भैंसा। इसका नाम भी भीम ही है। यह भैंसा मेले में तीसरी बार आया है। इसकी 24 करोड़ रुपए की बोली लग चुकी है, लेकिन यह उसके मालिक के लिए अनमोल है और वे इसे मेले में केवल प्रदर्शन करने के लिए ही लेकर आए हैं। इस अनूठे भैंसे को उसके मालिक जोधपुर निवासी अरविंद जांगिड़ बीती रात जोधपुर से पुष्कर लेकर आए।
मेले में मोतीसर रोड पर भैंसे को प्रदर्शन के लिए रखा गया है। दिन भर इस भारी-भरकम शरीर के भैंसे को देखने के लिए मेलार्थियों व मेले में आए पशुपालकों का जमघट लगा रहा।
खान-पान में हर महीने खर्च होते हैं 2 लाख रुपए
जोधपुर में हर साल एक मेला लगता है जहाँ लोग अपने–अपने मवेशियों की प्रदर्शनी लगाने के लिए पहुंचते हैं। इसी मेले में एक 1500 किलो वजनी भैंसा “भीम” पंहुचा, लोग उसके आकार को देख कर दंग रह गए। भैंसे की कीमत 24 करोड़ रुपए है और इसके मालिक का नाम अरविंद जांगिड़ है। अरविन्द का कहना है की इस भैंसे के लिए जोधपुर आये एक अफगानी शेख ने 24 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी लेकिन उसने इसे बेचने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने कहा की वह मेले में भैंस को बेचने के लिए लेकर नहीं आये हैं, बल्कि मुर्रा नस्ल के इस भैंस के संरक्षण के लिए केवल प्रदर्शन के लिए आये थे। भीम ने कई अवार्ड जीते भीम के मालिक अरविन्द बताते हैं कि वह उसे पहले भी साल 2018 और 2019 में पुष्कर के मेले में लेकर गए थे।
इसके अलावा वो उसे बालोतरा, नागौर, देहरादून सहित कई मेलों में लेकर गए थे जहाँ भीम को कई पुरस्कार भी मिले। अरविन्द इच्छुक पशुपालकों को भीम का सीमन बेचते हैं। इसकी मार्केट में बड़ी डिमांड भी है।
बड़े ठाट-बाठ के साथ रहता है भीम
14 फ़ीट लम्बे और 6 फ़ीट ऊँचे इस भैंसे के ठाट-बाठ किसी रईस आदमी से कम नहीं है। इसके रख रखाव में हर महीने करीब 2 लाख रुपए खर्च होते हैं। भीम की खुराख भी इसके आकार जितनी बड़ी है। ये भैंसा रोजाना एक किलो घी और 25 लीटर दूध गटक जाता है। और रोज एक किलो काजू-बादाम खाता है।
2 साल में 2 सौ किलो वजन और 3 करोड़ कीमत बढ़ गई। जब भीम आखरी बार साल 2019 में पुष्कर के मेले में आया था जब इसका वजन 1300 किलो था जो अब 1500 किलो हो गया है। वहीं इसकी कीमत भी 3 करोड़ रुपए बढ़ गई है। पिछली बार भीम की बोली 21 करोड़ थी जो इस साल 24 करोड़ रुपए हो गई है। लेकिन भीम का मालिक उसे बेचने के लिए तैयार ही नहीं है।
सीमन की है भारी डिमांड
इस भैंस के सीमन से जो बछड़े पैदा होते हैं उनका वजन 40 से 50 किलो होता है, जो वयस्क होने पर रोजाना 20 से 30 लीटर दूध देती हैं। भीम का सीमन का 0.25 ML की कीमत सिर्फ 500 रुपए है। 0.25ML सीमन मतलब एक पेन की रिफिल जितना। भीम के मालिक साल भर में 10 हज़ार से ज़्यादा रिफिल बेच देते हैं एक बार में 4 से 5 ML सीमन निकलता है।
पुष्कर का सालाना पशु मेला अब अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है। लेकिन मेले में अब भी पशुओं की आवक व खरीद-फरोख्त जारी है। अब तक मेले 2373 ऊंट व 2262 घोड़े समेत कुल 4327 पशुओं की आवक हुई है। इनमें से 934 पशुओं की बिक्री हुई है। इनमें 504 ऊंट व 430 घोड़े-घोड़ी शामिल है।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रफुल्ल माथुर ने बताया कि पशुओं की खरीद-फरोख्त से पशुपालकों के बीच 2 करोड़ 63 लाख 78 हजार 50 रुपए का लेनदेन हुआ। मेले में अधिकतम 5 लाख रुपए का अश्व वंश बिका है। उन्होंने बताया कि सोमवार को विभिन्न पशु प्रतियोगिता आयोजित की गई। विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।
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