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हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले श्रीधर को गूगल ने दिया 3.30 करोड़ की जॉब का ऑफर, मेहनत लाई रंग

हर एक स्टूडेंट का सपना होता है कि,  वह अपनी मंजिल को जल्द से जल्द पाए और अपने सभी सपनों को साकार कर सके। हर किसी का सपना होता है कि,  वह अपने परिवार को इतनी खुशियां दे कि, कभी गम के बादल उसके परिवार पर छा ही ना। इसके लिए हर विद्यार्थी बहुत मेहनत करता है और अपने सपनों की नौकरी पाना चाहता है। ऐसे ही अजमेर के श्रीधर चंदन के साथ हुआ है। आइए जानते हैं क्या हुआ है उनके साथ।

उन्हें जो कुछ भी मिला है वह कोई किस्मत से नहीं बल्कि उनकी अपनी कड़ी मेहनत और लगन से मिला है। श्रीधर को दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल में 3.30 करोड़ के सालाना पैकेज  की जॉब का ऑफर मिला है। उन्हें सीनियर ग्रुप इंजीनियर पद पर पोस्टिंग मिली है। अभी वह अमेरिका के न्यूयॉर्क की एक कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे हैं।

अगर बात करें श्रीधर की एजुकेशन की तो, उन्होंने अजमेर के सेंट पॉल स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की थी। वह शुरू से ही बहुत होशियार बच्चे थे। इसके बाद महाराष्ट्र के पुणे से उन्होंने कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल की।

उनके घर वालों का कहना है कि वह पढ़ाई में बहुत ही अच्छे थे। वह हर सब्जेक्ट को बड़ी गहराई से पढ़ते थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई हिंदी मीडियम स्कूल से हुई थी। 12वीं पास करने के बाद उनका चयन AIEEE में हुआ।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद श्रीधर ने हैदराबाद में इंफोसिस कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करा l उन्होंने और उन्हें वहां से जॉब मिल गई। लेकिन उन्हें इससे भी अच्छा करना था।

तो वह जॉब के साथ आगे की पढ़ाई भी करते रहे। उन्होंने अपनी जॉब से कुछ पैसे बचा के 2012 में अमेरिका के वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री भी हासिल की।

इसके बाद उन्होंने अमेरिका की ही एक कंपनी में जॉब करना शुरू कर दिया। इससे भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिली। तो 2021 में कुछ समय जॉब से ब्रेक लेकर उन्होंने और पढ़ाई की। इससे उन्हें और योग्यता हासिल करने के बाद अब गूगल में उनका चयन हुआ है।

श्रीधर की माता  का कहना है उनका को बेटे का चयन गूगल में सीनियर ग्रुप इंजीनियर की पोस्ट पर हुआ है। इस बात की उन्हें बहुत खुशी है। उनके पेरेंट्स का कहना है कि वह हमेशा से पढ़ाई में बहुत होशियार था।

घर से खाना टाइम पर नहीं मिलता था,  तो वह नाराज हो जाता था। छुट्टी के दिन भी वह सुबह जल्दी उठता था और पढ़ाई करता था। आज उसी मेहनत और लगन का नतीजा है कि, उसे अपनी सफलता मिली है।

Kunal Bhati

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