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अगर आप भी है घरेलू पौधों के शौकीन, तो इस पौधे से रहें बचकर जा सकती है जान

अगर आप भी है घरेलू पौधों के शौकीन, तो इस पौधे से रहें बचकर जा सकती है जान

आजकल अधिकतर लोग अपने घरो की सजावट के लिए कई चीज़ो का इस्तेमाल करते है, कुछ लोग अपने घरो को…

4 years ago

चीन के वायरस की अब हार, भारत में वैक्सीन की जय जय कार

महामारी ने लोगों की ज़िन्दगी को एक झटके में बदल दिया। लॉक डाउन में कई घरो की नौकरी छिनी तो…

4 years ago

होंसले को सलाम : 85 वर्ष की उम्र में भी फ्रेक्चर और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के बावजूद सिर्फ 4 घंटे बाद चली शारदा देवी

सर्वोदय हॉस्पिटल, फरीदाबाद में सिगरौली मध्यप्रदेश की रहने वाली 85 वर्षीय शारदा देवी अपने दोनों घुटनों के ऑपरेशन के महज 4 घंटे बाद ही सहारे के साथ अपने पैरों पर चली।  उनके दायें पैर के फ्रेक्चर के ऑपरेशन के साथ साथ ही उनके दोनों घुटनों का सफल प्रत्यारोपण किया गया और ऑपरेशन के चंद घंटों के बाद ही मरीज इतना आराम आ गया की वह सहारे के साथ चलना शुरू करने लगी जिसका श्रेय सर्वोदय अस्पताल फरीदाबाद के जोड़ प्रत्यारोपण विभाग के एच.ओ.डी एंड डायरेक्टर डॉ. सुजॉय भट्टाचार्जी को जाता है। ज्ञात हो कि शारदा देवी घुटनों में दर्द की परेशानी से कई सालों से पीड़ित थी और उनका चलना फिरना बहुत कम हो गया था जिसके कारण उनकी हड्डियाँ बहुत कमजोर हो गयी थी।उनकी परेशानी तब और भी अधिक बढ़ गयी जब घर पर उनके पैर फिसलने से उनके पैर की हड्डी में फ्रेक्चर आ गया।जब मरीज हॉस्पिटल में आयी तो वह पूरी तरह बेड तक रहने के लिए सिमित थी। जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के डायरेक्टर डॉ सुजॉय भट्टाचार्जी ने बताया " कि सामान्यतया इस प्रकार की अवस्था में मरीज की पहले फ्रेक्चर  की सर्जरी की जाती और जब वह सही हो जाता तब कुछ महीनों के बाद उसके घुटनों की सर्जरी की जाती है। मरीज की आयु अधिक होने के कारण उनके दोनों घुटनों की सर्जरी के बीच भी कुछ महीनों का अंतराल रखा जाता है ।परन्तु यह ऑपरेशन हमने 3डी कंप्यूटर नेविगेशन तकनीक से किया जिसके दौरान मरीज के फ्रेक्चर को सही किया और उसके दोनों घुटनों के घिसे हुए हिस्से को निकलकर वहां सटीकता से नया कृत्रिम घुटना प्रत्यारोपित कर दिया गया।ऑपरेशन के दौरान न्यूनतम रक्तस्त्राव और टाँके रहित प्रक्रिया का सहारा लिया गया। सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने डॉ. सुजॉय भट्टाचार्जी को सफल ऑपरेशन की बधाई देते हुए बताया कि "हम चाहते है कि हम समाज को बेहतरीन ईलाज रियायती दरों पर उपलब्ध करवा सकें  इसलिए हम आधुनिक मेडिकल तकनीक के साथ अनुभवी डॉक्टरों को अपने हॉस्पिटल का हिस्सा बना रहे है।  इस प्रकार के ऑपरेशन का सफल होना हमें हमारे विजन का सार्थक होना दर्शाता है।

4 years ago

30 हजार बच्चियों की पढ़ाई पर 3.25 करोड़ खर्च कर चुकीं हैं ये समाज सेवी। कुछ इस तरह

दुनिया में ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो दूसरों के बारे में सोचते हो। और अनजान लोगों की…

4 years ago

दस रुपए देकर इस शख्स ने करा हज़ारो का डिप्रेशन दूर, सोशल मीडिया ने खुब सराहा

22 साल के इंजीनियरिंग स्टूडेंट राज डागवार ने लोगों के डिप्रेशन को दूर करने के लिए एक छोटा सा कदम…

4 years ago

महामारी की मार से नहीं उभरा था शहर की नई बीमारी ने दी दस्तक, जानिये कैसे करें बचाव?

महामारी के चलते देश में एक नई बीमारी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी हैं, जिससे बचाव के लिए केंद्र…

4 years ago

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोविड-19 के कराए जा रहे हैं निशुल्क टेस्ट

एसडीएम अपराजिता के मार्ग दर्शन में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोविड-19 के निशुल्क टेस्ट आम जनता के…

4 years ago

गंभीर मरीजों को ओर करना होगा इंतेजार, तीन दिन में नहीं बना ऑक्सीजन प्लांट

अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है तो बीके अस्पताल जाने से पहले एक बार जरूर सोच लेना । क्योंकि बीके…

4 years ago

बीमार होने के बाद भी नहीं आए इलाज करवाने लोगों की मानसिकता है कि नए साल के दिन नहीं लेना चाहिए कोई उपचार

हम भले ही 21वीं सदी में जी रहे हो लेकिन आज भी लोगों की मानसिकता वहीं पूरी है। पुराने जमाने…

4 years ago

योग से ही होगा : भागदौड की ज़िंदगी में स्वस्थ रहें, निरोग रहें और करते रहें योगाभ्यास

योग एक आद्यात्मिक शब्द है और ये जीवन जीने का एक तरीका है, जिसका एक ही उद्देश्य है। स्वस्थ शरीर…

4 years ago