शहर में पहले आधुनिक बस अड्डे का निर्माण एनआईटी बस अड्डे के रूप में तेजी से किया जा रहा है। यह लगभग 3 मंजिला इमारत बनाकर तैयार हो गई है। इसके साथ ही अन्य फ्लोर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यहां एक ही छत के नीचे बसों के संचालन के साथ लोग मॉल मल्टीफलेक्स की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। वहीं अधिकारियों का दावा है,
कि अक्टूबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा और प्रथम चरण में 25 बसों का संचालन किया जाएगा। इस योजना पर करीब 125 करोड रुपए खर्च की लागत आई है।
बता दे दिल्ली की तर्ज पर हरियाणा सरकार द्वारा एनआईटी में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप आधार पर एनआईटी बस अड्डे की जगह करीब 4 एकड़ में तीन मंजिला मॉडल बस टर्मिनल बनाया जा रहा है। और यह प्रदेश का पहला आधुनिक बस टर्मिनल होगा। यहां बस अड्डे के अलावा कमर्शियल हब भी होगा इसमें मॉल मल्टीप्लेक्स सिनेमा जैसी सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएगी।
वही अधिकारी चालक और कंडक्टर ओके आराम करने के लिए रेस्ट रूम, वेटिंग रूम, कैंटीन, शौचालय आदि की व्यवस्था भी होगी। हर फ्लोर पर जाने के लिए सीढ़ियों के साथ-साथ लिफ्ट और स्वचलित सीढ़ियां लगाई जाएंगी।
बस टर्मिनल के 1384 मीटर क्षेत्र में भूतल ग्राउंड फ्लोर पर 25 बसों के एक साथ खड़ी करने की व्यवस्था होगी वही ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर के आधे आधे हिस्सों में डिपो की व्यवस्था होगी। दो बस में बनाए जाएंगे जिनका उपयोग पार्किंग के लिए किया जाएगा। तीनों फ्लोर के दरवाजे सेसर से खुलेंगे और बंद होंगे।
फिलहाल यहां से दर्जन भर से अधिक स्थानों के लिए लंबे रूट पर बस चल सकती हैं। इनका संचालन बस अड्डे परिसर के बल्लमगढ़ से होगा। वही एनआईटी बस अड्डा बहुत पुराना है। इसका निर्माण 35 साल पहले किया गया था देवीलाल सरकार ने तत्कालीन परिवहन मंत्री राव लक्ष्मीनारायण ने 2 दिसंबर 1987 में एनआईटी बस अड्डे का शुभारंभ किया था। लेकिन अब यह बिल्डिंग झज्जर हो चुकी है इसकी वजह से ही नया बस सरवर बनाया जा रहा है।