आवास योजना की शुरुआत 25 जून 2015 को हुई थी। इस योजना से मुख्यतः निम्न आय वर्ग व मध्यम आय वर्ग के लोगों को लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा 31 मार्च 2022 तक 2 करोड़ घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आपको बता दे की हरियाणा में भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 44083 लोगों को मकान बनाने के लिए 5074 करोड रुपए जारी कर दिए गए हैं वही इस योजना के तहत प्रदेश में 1000 लोगों को भूखंड अलाटमेंट जारी करके कब्जे दिए गए हैं और शेष अलाटियों को कब्जा देने की प्रक्रिया जारी है।
जिला विकास नगर प्राधिकरण के जरिये फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, रेवाड़ी, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत व अन्य जिलों में लंबे समय से रह रहे पूर्वांचल के लोगों के लिए मकान बनाए जाएंगे। योजना के तहत मकान निर्माण के लिए ढाई लाख रुपये दिए जाएंगे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को राजभवन पहुंचे। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर से बातचीत में यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देशभर से एक करोड़ 15 लाख लोगों के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
आपको बता दें कि आपको बता दें कि मंत्रालय द्वारा इन सभी लोगों को मकान बनाने के लिए धनराशि दे दी गई है हरियाणा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मेट्रो व अन्य परिवहन परियोजनाओं दी जा रही हैं प्रदेश के सभी शहरों में स्वच्छता से संबंधित योजनाएं भी चलाई जा रही हैं जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश स्वच्छता के मामले में अग्रणी राज्यों में शुमार हुआ है
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि हमने स्वच्छ भारत मिशन के तहत काफी सफलता हासिल की है, परंतु अभी बहुत कार्य किया जाना बाकी है। हमारी योजना प्रदेश के हर घर तक पहुंचने की है और यह सुनिश्चित करना है कि सभी लोग स्वच्छता की सुविधाओं से युक्त हों और स्वच्छ व्यवहारों को सदैव अपनाते रहें।
मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य केवल आसपास की सफाई करना ही नहीं है, बल्कि नागरिकों की सहभागिता से अधिक से अधिक पौधे रोपित करना, कचरा मुक्त वातावरण बनाना, शौचालयों की सुविधा उपलब्ध कराकर एक स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है।
चंडीगढ़ में मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वच्छता अभियान में राज्य के लोगों का समर्पित भाव से सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत हरियाणा सरकार द्वारा किए गए ठोस प्रयासों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के गांवों, कस्बों और शहरों की तस्वीर बदल रही है। प्रदेश अब स्वच्छ राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा है।