जिला समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार सभी हदें पार कर चुका है इस्पात के अनेकों उदाहरण मौजूद है। शुक्रवार को विवाह के एक सहायक दलबीर सिंह को पेंशन बनाने के नाम पर ₹2000 की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया इससे पहले जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारी सुशीला के ड्राइवर सतीश को भी निलंबित किया जा चुका है ।
दोनों पर पैसे लेकर कम उम्र के लोगों लोगों की पेंशन बनाने का आरोप लगा है और अब एक और मामले में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता जांच कर रहा है 22 फरवरी 2021 को एक ही रात में पेंशन के लिए 215 फाइलों को अप्रूवल देने का भी मामला सामने आया था जिसमें से अधिकतर फाइलें गलत तरीके से तैयार की गई थी यह मामला सेंट्रल थाने में दर्ज हुआ था इसी मामले की जांच का जिम्मा मुख्यमंत्री उड़न दस्ते और उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार के पास है
राजेंद्र कुमार द्वारा की गई जांच में बताया गया है कि विभाग में फरवरी 2021 को तैनात,डाटा एंट्री ऑपरेटर मुबारक हसन ने 22 फरवरी 2021 की रात को कार्यालय से बाहर किसी सेंटर पर पेंशन की 215 फाइलों को अप्रूवल दे दिया था यह काम उस समय की जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीला देवी की गैरमौजूदगी में किया गया था।
अगले दिन जब वह कार्यालय आई तो इसका पता चला कि उनके आधिकारिक अप्रूव्ड पासवर्ड को कार्यालय से बाहर गलत तरीके से उपयोग किया गया है वहीं जिला समाज कल्याण अधिकारी ने 215 पेंशन फाइलों की जांच करवाई इनमें से कुछ ठीक है।
कुछ फाइलें गलत निकले। अधिकारी द्वारा इन सभी फाइलों पर रोक लगा दी गई अब इन्हीं फाइलों के संबंध में जानकारी मांगी है और विभागीय जांच में कितनी फाइल है सही व्यक्ति गलत पाई गई थी इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी