खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

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 खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद  , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

गर्मी के प्रकोप से तो कोई बच नहीं सकता ,ऐसे में एसी वह कूलर भी फेल होते दिखाई देते है । भीषण गर्मी के बीच ग्रेटर फरीदाबाद की सोसायटियों में इन दिनों रोज करीब 15 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। शुक्रवार को भी इन सोसायटियों में करीब 14 घंटे तक बिजली गायब रही। इन दिनों सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाएं भी चली रही हैं, लेकिन गर्मी में लग रहे लंबे कट से बच्चे तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। घरों में छोटे बच्चे, बुजुर्ग और मरीज हैं और लंबे कट उनकी परेशानी बढ़ा रहे हैं।

लोगों की दिनचर्या पर भी इसका असर पड़ रहा है। रेजिडेंट्स का कहना है कि ग्रेटर फरीदाबाद में अच्छी सुविधाएं मिलेंगी, यह सोचकर फ्लैट लिया था, लेकिन यहां बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं।बिल्डर की मनमानी और बिजली विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें बिजली कटौती से जूझना पड़ रहा है। अप्रैल में ग्रीवांस कमिटी की बैठक में भी बिजली कटौती का मुद्दा उठा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।

खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

इसी तरह, बाकी शहर और इंडस्ट्रीज को भी बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।ग्रेटर फरीदाबाद में सेक्टर 75 से 89 तक 10 से ज्यादा गेटेड सोसायटियां और इंडिपेंडेंट फ्लोर हैं। लोगों ने बताया कि यहां अधिकतर सोसायटियां बीपीटीपी बिल्डर ने बसाई हैं। इनमें बिजली की समस्या काफी समय से बनी हुई है। गर्मियों में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं।

खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

बिल्डर प्रति यूनिट काफी ज्यादा रेट वसूलता है, इसके बावजूद लंबे-लंबे कट झेलने पड़ रहे हैं। कई बार बिल्डर से इस बारे में लिखित पत्राचार भी किया जा चुका है, लेकिन कुछ नहीं हो पा रहा है।

करीब 2 महीने पहले सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। तब उसके प्रतिनिधि की ओर से समस्या का जल्द समाधान कराने की बात कही गई थी ।

खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

फॉल्ट से बढ़ रही समस्या बिजली विभाग के मुताबिक शहर में लोकल स्तर पर लग रहे फॉल्ट बिजली कटौती की वजह बन रहे है। शहर में आए दिन अलग-अलग इलाकों में लोकल स्तर पर फॉल्ट लग रहे हैं। जिससे कई-कई घंटे सप्लाई बंद रहती है।

विभाग से शिकायत के बाद विभाग के जेई – लाइनमैन मौके पर जाकर समस्या का समाधान करते हैं। यही हालात औद्योगिक क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहे हैं।

खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

बताया जा रहा है की डिमांड से कम हो रही सप्लाई गुरुवार को 226.03 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की गई है, जबकि डिमांड करीब 250 लाख यूनिट तक रही। विभाग के मुताबिक 1 जून से रोजाना करीब 10 लाख यूनिट बिजली ज्यादा सप्लाई की जा रही हैं।

  • 1 जून को 200.98 लाख यूनिट,
  • 2 जून 205.80 लाख यूनिट,
  • 3 जून को 213.57 लाख यूनिट,
  • 4 जून 212.08 लाख यूनिट,
  • 5 जून को 187.61 लाख यूनिट,
  • 6 जून को 200.49 लाख यूनिट,
  • 7 जून को 218. 82 लाख यूनिट,
  • 8 जून को 223.23 लाख यूनिट,
  • 9 जून को 226.03 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की गई है।
खोखले दावों का भंडार है ग्रेटर फरीदाबाद , भरपूर बिजली का दावा कर 15 घंटो के लिए कट लगता है

आखिर ऐसा क्या कारण है की समस्या हल नहीं हो पा रही

केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का इस मामले में कहना है की : बिजली की किल्लत को लेकर सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है। पहले की तुलना में आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है। अगर कहीं कट लग रहे हैं, तो वह लोकल स्तर पर है। बिजली बोर्ड के अधिकारियों को भी सख्त आदेश दिए हैं कि समस्याओं का तुरंत अंत हो ।समस्याओं का तुरंत समाधान करें।

वही सेक्टर 85 ई ब्लॉक आरडब्ल्यूए से रविंद्र कुमार का कहना है की : ग्रेटर फरीदाबाद में सुविधाएं अच्छी मिलेंगी, यह सोचकर फ्लैट्स खरीदे थे। अब लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। बिजली पानी की किल्लत बहुत है। बिल्डर से बस आश्वासन मिलता है।

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