शहरवासियों को मिलने वाले पानी के बिल को लेकर फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) और नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं। रेनीवेल से बूस्टिग स्टेशन तक पानी की सप्लाई का जिम्मा अब एफएमडीए के पास है। आपको बता दें फरीदाबाद वासियों को मिलने वाले पानी के बिल को लेकर फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) और नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं। रेनीवेल से बूस्टिग स्टेशन तक पानी की सप्लाई का जिम्मा अब एफएमडीए के पास है।
इसलिए उसने 10 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से आठ महीने का पानी का बिल 43 करोड़ रुपये बना दिया है। इतना बिल देखकर निगम अधिकारियों के होश उड़ गए, क्योंकि नगर निगम द्वारा आमजन से दो रुपये प्रति लीटर के हिसाब से वसूली की जा रही है।
आठ रुपये प्रति लीटर नगर निगम अपनी जेब से कैसे दे सकता है। फिलहाल इस बिल को देने से साफ इन्कार कर दिया है। मामला सरकार के पास पहुंच गया है। अब वहां से ही नतीजा सामने आएगा। हालांकि आमजन के लिए राहत भरी बात यह है कि पेयजल सप्लाई प्रभावित नहीं हुई है।
कहते है जेब खाली है
कहते है की हमरा खजाना खाली है। कई बार तो अपने ही कर्मचारियों का वेतन देने के लाले पड़ जाते हैं। कई जगह से कर्जा भी लिया हुआ है। जिसका ब्याज तक नहीं अदा किया जा रहा है। अब एक नई मुसीबत एफएमडीए की ओर से सामने आई है। एफएमडीए द्वारा 43 करोड़ का बिल मांगे जाने पर अधिकारी नाराज भी हैं।
नगर निगम की ओर से एफएमडीए अधिकारियों से रेनीवेल लगाने में खर्च हुए 390 करोड़ रुपये देने की मांग की है। निगम अधिकारियों की मानें तो इस राशि का अभी तक निगम ब्याज भर रहा है। निगम की ओर से पूरा ढांचा खड़ा किया गया था, जिसका संचालन अब एफएमडीए कर रहा है।
रखरखाव का जिम्मा अब एफएमडीए के जिम्मे
नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के 22 रेनीवेल अब एफएमडीए के पास आ गए हैं। इनका रखरखाव एफएमडीए करता है। यहां से पानी बूस्टर तक पहुंचाने का काम एफएमडीए का है। बाकी शहर में सप्लाई नगर निगम के पास है।
शहर के बूस्टिग स्टेशनों तक पानी सप्लाई करने वाले एफएमडीए ने नगर निगम को आठ माह का 43 करोड़ रुपये का बिल थमाया है। एफएमडीए के अनुसार आठ माह तक नगर निगम को पानी सप्लाई किया है, लेकिन नगर निगम ने अभी तक एक भी रुपया नहीं दिया है।
एफएमडीए के मुख्य अभियंता एनडी वशिष्ठ, का कहना है की : पानी का बिल भेजा गया है। सरकार के स्तर पर मामला सुलझ जाएगा। उच्च अधिकारियों को इस मामले से अवगत करा दिया गया है। पेयजल सप्लाई बिल्कुल भी प्रभावित नहीं की गई है।
वही दूसरी ओर नगर निगम के अधीक्षण अभियंता का कहना है की : एफएमडीए को पानी के बिल के दाम कम करने होंगे। निगम दो रुपये प्रति लीटर के हिसाब से आमजन तक पानी पहुंचा रहा है। निगमायुक्त की ओर से मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में ला दिया है।