डिस्पोजल बंद होने के कारण इससे जुड़े मुजेसर गांव, एनआईटी-एक, दो, तीन, पांच सहित अन्य इलाकों में सीवर लाइन पूरी तरह से जाम हो गई है। अब सीवर का गंदा पानी ओवर फ्लो होकर लोगों के घरों में पहुंच रहा है। इससे नाराज लोगों ने अपने वार्ड के पार्षदों से इसकी शिकायत की।
जिसके बाद वार्ड-11, 12, 19 और 14 के पार्षदों ने इस समस्या को लेकर आयुक्त यशपाल यादव से मुलाकात की और इंजीनियरिंग ब्रांच की शिकायत करते हुए कहा कि निगम की इंजीनियरिंग ब्रांच सीवर ओवरफ्लो को लेकर कोई भी समाधान नहीं निकाल रही है।
समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं लापरवाह अधिकारी हाथ पर हाथ धेरे बैठे हैं। पार्षदों ने कहा कि इस समय शहर की करीब एक लाख की आबादी इस समस्या से जूझ रही है। वहीं इस समस्या को लेकर नगर निगम के एक्सईएन ओपी कर्दम ने बताया कि बीते दिनों हुई तेज बरसात में डिस्पोजल पानी में पूरी तरह से डूब गया था।
उसकी मैंटिनेंस का काम अभी चल रहा है। जल्द ही इसके मोटर को सही करके इसे शुरू कर दिया जाएगा।एनआईटी के कई लोग परेशान हैं। लोगों ने सीवर ओवरफ्लो की समस्या को लेकर नगर निगम अधिकारियों से कई बार शिकायत तो की है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
लोगों ने कहा कि कई जगह डिस्पोजल काम नहीं कर रहे तो कई जगहों पर सीवर की मेन लाइन जाम है। एनआईटी 3 नंबर स्थित मस्जिद चौक के पास तो 15 दिन से सीवर का पानी सड़कों पर वह रहा है।
शहर का मुजेसर डिस्पोजल पिछले एक महीने से बंद पड़ा था। इसे चलाने के लिए पिछले दिनों हुई बरसात के बाद निगम आयुक्त यशपाल यादव और चीफ इंजीनियर रामजी लाल ने मुजेसर डिस्पोजल का निरीक्षण भी किया था।
उस समय निगम आयुक्त के आदेश पर निगम के जेई और एसडीओ ने जुगाड़ करके डिस्पोजल की मोटर चला दी थी, लेकिन एक दिन बाद ही डिस्पोजल फिर से बंद हो गई। जिसके बाद से यह बंद ही पड़ी है।
एनआईटी तीन नंबर में रहने वाले विष्णु गोयल ने बताया कि एनआईटी एक नंबर 2 नंबर, 3 नंबर, 5 नंबर में कई जगहों पर सीवर ओवरफ्लो की समस्या बरकरार है। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम अधिकारियों से शिकायत भी की है पर अभी तक सीवर ओवरफ्लो का समाधान नहीं किया गया है।
दीपक कुमार ने बताया कि मस्जिद चौक पर 15 दिन से सीवर का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर है। यहां से हर रोज गुड़गांव जाने के लिए लोग गुजरते हैं। इस बारे में नगर निगम चीफ इंजीनियर रामजी लाल ने बताया कि सीवर ओवरफ्लो की समस्या का समाधान संबंधित अधिकारी को बोलकर करवा दिया जाएगा।