फरीदाबाद जिले में जगह जगह कचरे के ढेर का मिलना कोई नई बात नहीं है। लोगों को अब इन कचरों व कूडे के ढेर के बीच रहकर आदत सी हो गई है। पहले लोग इन गन्दगियों की नई-नई शिकायतें लेकर नगर निगम के पास पहुँच जाते थे, परंतु अब लोगों को इसकी आदत हो गई है।
लेकिन इसकी वजह से लोगों में बहुत सी नई नई बिमारियाँ देखने को मिल रही हैं। लोगों में सांस की बीमारी, हृदय गति, ब्लड प्रेशर आदि समस्याएं देखेंने को मिलता है।
जिस तरीके से फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का नाम दिया गया है यहाँ के लोग इस पर हँसते हैं और मजाक बनाते हैं, लोग अपने आस पास पड़े कचरे को हमेशा देखते हैं लेकिन उसकी सफाई कोई नहीं करता या इसके ऊपर कोई आवाज़ नहीं उठाता।
यदि लोगों को भी चाहिए कि उनकी सिटी स्मार्ट बने तो उससे पहले लोगों को स्मार्ट बनना होगा और पर्यावरण की सफाई करनी होगी।
आपको बता दें की प्रशासन की तरफ से भी बड़ी लापरवाही देखी जाती है सड़कों पर कहीं ना कहीं कुड़े का ढेर मिल ही जाता है जिसे कई दिनों तक उठाया नही जाता। NH4, आदर्श नगर और SGM नगर जैसे इलाकों में लोगों द्वारा कचरे के अलावा पशुओं के गोबर को भी ऐसे ही खुले में डाल दिया जाता है
जिससे उस क्षेत्र में जाने पर बहुत परेशानी होती है और वहाँ सांस भी नहीं लिया जाता और नगर निगम के सफाई कर्मचारियों द्वारा भी ये कूड़ा उठाया नहीं जाता।