कुछ साल पहले अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने फरीदाबाद को सपना दिखाया था कि शहर बिलकुल स्मार्ट हो जाएगा, लेकिन यह कैसे और कब पूरा होगा जब अधिकारी 3 साल में मजह 1.62 किलोमीटर सड़क को स्मार्ट नहीं लोगों का कहना है कि अगर इस तरह से काम हुआ ते स्मार्ट सिटी का देखते-देखते उनकी आंखे चुदी हो जाएंगी। अगल पीढ़ी को ही स्मार्ट सिटी मिलेगी।
असल में नैशनल हाइवे स्थित बड़खल चौक से बाईपास तक 1.62 किलोमीटर सड़क को स्मार्ट रोड बनाने का काम फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड को सौंपा गया था। इसका काम 2019 में शुरू हुआ था और इसे 2021 में हीरा, लेकिन 3 साल बीत जाने भी काम पूरा नहीं हुआ।
अधिकारी इस सड़क की सूरत बदलने के लिए कितने सक्रिय है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब भी रोड के बीच में अतिक्रमण है।
साइकल ट्रैक का निर्माण नहीं हुआ यह यह दावा करने में कतई नहीं चूक है कि दिसंबर 2022 तक यह रोड बन जाएगी।
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड के गठन के बाद शहर में मॉडल के रूप में एक रोड को स्मार्ट बनाने का फैसला लिया गया था।
इसके लिए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के निवास स्थान के पास वाली बड़खल चौक से बाईपास रोड को चुना गया था, जो सेक्टर 28-19 के बीच से गुजरती है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इसके लिए पहले 62 करोड़ का एस्टीमेट तैयार किया था, जो सरकार को ज्यादा लगा। इसके बाद इसमें कटौती कर 42 करोड़ रुपये कर दिया गया। 27 जनवरी 2019 को सड़क को बनाने का काम शुरू कर दिया गया।
स्मार्ट रोड को बनाने का काम तो पहले तेज चला, लेकिन बाद में देरी होती रही। इसका सबसे बड़ा कारण बिजल विभाग, स्मार्ट सिटी, नगर निगम में तालमेल न होना है।
अगर बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने का काम करना है तो उसके लिए बिजली बोर्ड को कई लेटर लिखे जाते थे। फिर बोर्ड अपना काम नहीं कर पाता था।
सीवर व पानी की लाइन कहां-कहां जा रही है इसमें भी निगम से सह नहीं मिल पाती थी। कोरोना के सड़क निर्माण 6 से 7 महीने तक रहा। बजट के अभाव में कमी के कारण कम बीच मे रुका था।