सीवर ओवरफ्लो की समस्या से जूझ रहे आईएमटी और आसपास के दो दर्जन से अधिक गांववासियों के लिए राहत की खबर है। हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कारपोरेशन (एचएसआईआईडीसी) की ओर से आईएमटी क्षेत्र में कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट (सीटीपी) बनाने की योजना तैयार की गई है।
इसके आसपास करीब दो दर्जन गांव बसे हैं। सीवर शोधन संयंत्र की कोई खास व्यवस्था न होने के कारण सीवर का गंदा पानी खेतों में भर जाता था। इससे किसानों को काफी परेशानी होती थी।
इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम शुरू कर दिया गया है। इस योजना पर करीब 30 करोड़ रुपये की लागत आएगी। आईएमटी फरीदाबाद में छोटी-बड़ी करीब 200 कंपनियां हैं।
सुप्रीम हाइड्रोलिक कंपनी के निदेशक वीरेंद्र मेहता ने बताया कि अभी यहां पर एक सीटीपी कार्य कर रहा है, जिसकी क्षमता 10.5 एमएलडी है।
वहीं, आने वाले कुछ साल में आईएमटी के सभी प्लॉट में औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। इस वजह से यहां पर दूसरे सीटीपी की जरूरत पड़ेगी।
इससे आईएमटी के उद्योगों की जरूरतें पूरी हो रही हैं। हालांकि आसपास के दर्जनों गांवों को इसका पूरी तरह फायदा नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में यहां एक और सीटीपी की जरूरत है। उद्यमियों की मांग पर एचएसआईआईडीसी ने एक और सीटीपी बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।