फरीदाबाद में बिजली की कमी साफ तौर से देखी जा सकती हैं यहां के लोग बिजली से परेशान होकर सड़कों पर प्रदर्शन भी करने लगे हैं। वहीं बिजली विभाग द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। फरीदाबाद में लगातार कई घंटों तक बिजली की कटौती की जा रही है परंतु प्रशासन द्वारा इस पर रोक नहीं लगाई जा रहा है।
बता दें फरीदाबाद में तकरीबन 6 से 8 घंटे तक बिजली की कटौती देखी जा रही है उसके बावजूद प्रशासन द्वारा यह दावे किए जा रहे हैं कि दफ्तरों में लगातार 24 घंटे तक बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
बता दें की फरीदाबाद में बिजली विभाग द्वारा 100 करोड रुपए लगाकर एक योजना बनाई गई जिसे इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम नाम दिया गया ,
इस योजना के तहत शहर में बिजली की समस्या को सुधारने हेतु इसका निर्माण किया गया था परंतु ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला शहर में बिजली की व्यवस्था में कोई भी सुधार देखने को नहीं मिला।
आपको बता दें की इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम यूज योजना को वर्ष 2018 में शुरू किया गया। स्थापना इसलिए की गई क्योंकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2018 में बिजली आपूर्ति की घोषणा की थी जिसके बाद से बिजली निगम ने इस योजना की स्थापना करने का फैसला लिया।
आपको बता दें कि इस योजना के तहत 100 करोड़ की लागत लगाई गई जिसमें 440 वोल्ट के 73 और 11000 वोल्ट के 66 फीडरों को चालू किया गया।
बताया जा रहा है कि इसे बिजली चोरी ट्रांसफार्मर डैमेज, कंडक्टर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स में आने वाली खराबी से छुटकारा मिल सकता है।
लोगों को भी लो वोल्टेज फॉल्ट से होने वाली कटौती आदि समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। आपको बता दें की करंट फ्लो के लिए जो तारे बिछाई जाती हैं ।
उसमें सिल्वर केवल ज्यादातर इस्तेमाल किया जाता है योजना के तहत सिल्वर को हटाकर आर्म्ड केबल का जाल बिछाने की योजना बनाई गई। प्रशासन द्वारा योजना के तहत जो भी कार्य किया गया वह विफल होता नजर आया।