फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का नाम तो दिया जा रहा है लेकिन यहाँ पर गलियों और सड़कों की स्थिति को देखकर शायद ही कोई इसे स्मार्ट सिटी का नाम दे। स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में जगह-जगह सीवर के मैनहोल खुले पड़े हैं।
अनेक जगहों पर मैनहोल पर या तो ढक्कन ही नहीं है और यदि ढक्कन हैं तो वह टूटे पड़े हैं। बरसात के दिनों में सड़कों पर जलभराव के बीच टूटे ढक्कन और मैनहोल नजर नहीं आने से कभी भी राहगीरों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है।
गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक सीवर के ढक्कन खुले पड़े हैं, जो कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं। ऐसा ही एक सीवर मेन तिलपत रोड सूरदास मंदिर पर खुला पड़ा है।
स्थानीय निवासी मनीष, रोहताश, देव अरोड़ा, नरेश शर्मा, कंचन अरोड़ा, चरण सिंह शर्मा ने बताया कि सीवर पर ढक्कन न होने से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
खुला पड़ा यह सीवर लोगों की जान के लिए खतरा है। तिलपत मेन रोड पर यह सीवर होने की वजह से कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है।
वाहन चालक की छोटी सी चूक, उसकी जान के लिए खतरा बन सकती है। आए दिन वाहन इसमें फंस जाते हैं, जिसे बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
प्रशासन को आमजन की समस्या को ध्यान में रखते हुए समस्या का समाधान करना चाहिए।गौरतलब है कि बिना ढक्कन के सीवरों से नगर निगम कोई विशेष चिंतनशील नहीं है।
नगर निगम को अभियान चला कर सीवर पर ढक्कन लगाने की जरूरत है। नगर निगम की चूक आमजन की जान के लिए खतरा भी बन सकती है।
नगर निगम पहले की घटनाओं से भी सबक नहीं ले रहा। पिछले वर्ष जवाहर काॅलोनी में इसी तरह सीवर का ढक्कन खुला पड़ा था।
जिसमें एक महिला फोन पर बात करते हुए गटर के मैनहोल में अपने बच्चे समेत गिर गई थी। इस मामलें में गनीमत यह रही थी की जब महिला अपने बच्चे समेत गिरी। तो आस-पास काफी लोग मौजूद थे। जिन्होंने मिलकर महिला व बच्चे को सकुशल बाहर निकाला था।