तिगांव अधिकारियों के अंदर न राजनेताओं का डर रहा है और न ही जिला उपायुक्त का। शनिवार को विधायक राजेश नागर का जिला उपायुक्त व अन्य अधिकारियों संग दौरा कई दिन पहले तय हो गया था।
इसके बावजूद तिगांव में मुख्य मार्ग सहित अन्य मार्गों पर पानी निकासी का इंतजाम नहीं किया गया। जब विधायक और जिला उपायुक्त आए तो उन्हें गंदे पानी से होकर निकलना पड़ा।
वे जिस सड़क पर गए, वहां गंदा पानी जमा मिला। इस दौरान जिला उपायुक्त ने स्वीकार किया कि वे तिगांव का तीन बार दौरा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक हालात में सुधार नहीं हुए हैं।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के बाहर कई महीने से हो रहे जलभराव है। बल्लभगढ़-तिगांव मुख्य मार्ग से रोज तीन दर्जन से अधिक गांव के वाहन चालक गुजरते हैं।
कार्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारी इसी गंदे पानी से होकर अंदर जाते हैं। कई बार स्थानीय विधायक राजेश नागर नाराजगी जता चुके हैं।
समस्याओं की ओर ध्यान न देने पर विधायक ने बीडीपीओ प्रदीप कुमार का भी तबादला करा दिया है। ऐसा ही हाल स्टेट बैंक आफ इंडिया से सदपुरा मोड़ तक जाने वाली सड़क का हाल है।
गांव के अंदर कई गलियों में तो हर समय कीचड़ रहता है। कार्यालय के पास दुकान करने वाले लोगों ने बताया कि गांव में पानी निकासी न होने की वजह से हालात खराब हैं।
नालियों का गंदा पानी सड़क पर जमा हो रहा है। वर्षा के दौरान तो मुख्य मार्ग से पानी दुकानों में घुस जाता है। विभाग के कनिष्ठ अभियंता राजबीर का कहना है कि कई बार टैंकरों से पानी निकलवाया है, लेकिन पानी निकासी न होने से यहां फिर से जलभराव हो जाता है।