चाइनीज मांझे ने दिल्ली के सुमित की जान ले ली। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब यह मांझा जानलेवा बना हो। इससे पहले दिल्ली में चाइनीज मांझे से एक और युवक का गला कट गया।
गनीमत रही कि घायल को समय पर इलाज मिल गया और उसकी जान बच गई। घायल मनोज को 20 टांके लगे हैं। इसके बावजूद इस पर रोक नहीं लग पा रही है।
सावन और त्योहारी सीजन में पतंगबाजी बढ़ने के कारण खतरा बना रहता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता।
ओल्ड फरीदाबाद में चुम्मी पर दुकानदार चाईनीज मांझा बेचते हुए नजर आए वहीं एनआईटी पांच में भी यही देखने को मिला, लेकिन कारवाई तो छोड़िए, कोई जांच करता भी नजर नहीं आया।
साधारण मांझा धागे से बनता है और उस पर कांच की लेयर चढ़ाई जाती है। साधारण मांझा भी धार की वजह से खतरनाक होता है, लेकिन यह आसानी से टूट जाता है।
ऐसे में इसे कम खतरनाक माना जाता है। चाइनीज माझा जिस मैटेरियल से बनता है और इसे तोड़ना मुश्किल होता है, इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है।