औद्योगिक नगरी की दिल्ली व ग्रेटर नोएडा से कनेक्टिविटी और बेहतर होने वाली है। आगरा नहर किनारे सड़क को साढ़े सात मीटर चौड़ी करने की योजना है।
प्रहलादपुर से लेकर गांव डीग तक सड़क चौड़ी होगी। इसका प्रस्ताव तैयार कर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने एचएसवीपी व एफएमडीए अधिकारियों को भेजा है।
बजट मिलने के बाद योजना पर काम शुरू किया जाएगा। इस योजना से तीन राज्यों के शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी और बड़ी संख्या में वाहन चालक लाभान्वित होंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का अत्यधिक दबाव है। दिल्ली जाने के लिए जाम में फंसना पड़ता है। ग्रेटर नोएडा जाने के लिए भी दिल्ली से होकर जाना पड़ता है।
आगरा नहर किनारे सड़क से ग्रेटर नोएडा की दूरी महज 20 मिनट की है, लेकिन सड़क कहीं पौने चार मीटर चौड़ी है और कहीं साढ़े चार मीटर तक। कम चौड़ी होने की वजह से कई मौकों पर वाहन चालकों को परेशानी आती है।
सबसे अधिक दिक्कत प्रहलादपुर के पास होती है। अब कालिंदीकुंज तक बनने वाली चौड़ी सड़क के लिए 43 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है।
नहर के साथ जिस जमीन पर सड़क बनाई जानी है, वह उत्तर प्रदेश (यूपी) सिंचाई विभाग के अधीन आती है। आगरा नहर पर भी नियंत्रण यूपी सिंचाई विभाग का है।
यूपी सिंचाई विभाग अपनी जमीन में किसी को भी निर्माण कार्य नहीं करने देता है। ऐसे में यूपी सिंचाई विभाग ही सड़क का निर्माण करेगा। पैसे का भुगतान या तो एचएसवीपी करेगा या फिर एफएमडीए ।
यदि ये सड़क, और चौड़ी बन जाती है तो इसका लाभ पलवल से ग्रेटर नोएडा आने- जाने वालों को भी होगा। ग्रेटर फरीदाबाद में इस समय दो लाख से अधिक लोग सोसायटी में रह रहे हैं।
बहुत से लोग ग्रेटर नोएडा के उद्योगों में नौकरी करते हैं। आइएमटी में विकसित हो रहे औद्योगिक शहर को, यहां से उद्योगपति व कामगार का दिल्ली व नोएडा जाना बेहद सुगम होगा।
अभी यह सड़क कई जगह से जर्जर भी है। फिलहाल इस रास्ते का ‘प्रयोग अधिक लोग नहीं कर रहे हैं। कालिंदीकुंज से दो किलोमीटर की दूरी पर ग्रेटर नोएडा आ जाता है। इसलिए इस रोड से दो राज्यों में प्रवेश करना सुगम रहेगा।