15 लाख की लागत से बना रैन वॉटर सिस्टम हो गया फैल बारिश के दिनों में बढ़ता जा रहा है जलभराव का खतरा जगह जगह पर जलभराव देखा जा सकता है ऐसे में फेल हो गए हैं गवर्नमेंट के दावे । राजमार्ग पर जलभराव से छुटकारे के लिए बनाए गए रेन वाटर सिस्टम में पड़ गए हैं ताले, इसके चलते शनिवार रात और रविवार को मार पर जलभराव देखा गया ।
अभी बारिश के कारण जमीन पर भरे पानी से लोगों को आने जाने में काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । रविवार के चलते जाम की नौबत तो नहीं आई लेकिन अनु की गति जरूर धीमी हुई।
रविवार के चलते सफाई ना होने के कारण जनता को सोमवार को भी काफी दिक्कतों का सामना करना। सबसे ज्यादा समस्या बल्लभगढ़ निवासी और अजरोंडा चौक निवासियों को हुई राष्ट्रीय राजमार्ग छह लेन होने के बाद हर चौराहे पर पुल बन गए हैं।
सिग्नल फ्री व्यवस्था होने के चलते दिल्ली रंगांव आगरा मार्ग पर आवागमन करने चाले तो फर्राटा भरते हुए निकल जाते है ।
वर्षों के बाद तो हालात और भी अधिक खराब हो जाते हैं ।
राजमार्ग पर 10 जगह ऐसी चिह्नित की गई है, जहां अधिक जलभराव होता है। कई कई दिन तक वर्षा का पानी जमा रहता है और वाहन चालकों को परेशानी होती है।
इनमें अजरौंदा चौक भी है। बाटा मोड़, मुजेसर, बल्लभगढ़ में ऐसे कई स्थान है। अजराना चौक से एनआईटी की तरफ उतरते समय नर्सरी के सामने से जाना पड़ता है ।
इससे नीलम पुल पर भी जाम लग जाता है । नीलम सिनेमा चौक से लेकर बीके चौक तक उसका असर दिखाई देता है । रोड क्रॉस करने में ही 10 से 15 मिनट लग जाते है राजमार्ग पर वहां की लंबी लाइन लग जाती है ।