खोरी गांव को तो आप सभी जानते ही होंगे ये वही गाँव है जहाँ
लोगों के द्वारा किये गए अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था और लोगों को वहाँ से हटाया गया था।
हालाँकि लोगों को एक स्थाई जगह पर निवास दे दिया गया है। इसके बाद प्रशासन का काम अब खत्म सा लग रहा है।
दरअसल खोरी गाँव के सभी लोगों को डबुआ कॉलोनी के कुछ फ्लैट दिये गए थे रहने के लिए परंतु नगर निगम ने दोबारा इस ओर पलट कर नहीं देखा।
बता दें लोगों की ये शिकायतें हैं की उनके पास जो फ्लैट दिये गए हैं उनका पहले से ही बहुत बुरा हाल है। आपको बता दें यहाँ की सीवरलाइन जाम पड़ी हैं।
नगर निगम की इंजीनियरिंग ब्रांच एक साल से ज़्यादा का समय होने के बावजूद फ्लैटों में व्यवस्था दुरूस्त नहीं कर पाई है।
आपको बता दें डबुआ कॉलोनी के फ्लैट में शिफ्ट किए गए लोगों ने निगम मुख्यालय में जाकर ब्रांच को अपनी पीड़ा सुनाई।
लोगों ने बताया की सीवरलाइन जाम है, पीने का पानी नहीं और मिट्टी से उनका टॉयलेट भी जाम हो जाता है। इन फ्लैटों में रहने वाले लोेगों ने बताया कि इन फ्लैटों के लगभग 90 फीसदी सीवर जाम पड़े है।
यही नहीं निगम ने उनके खाते में किराए की राशि भी जमा नहीं कराई है।वहीं आपको बता दें इंजीनियरिंग विभाग पर शिकायत करने पर उनका कहना है की मैंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है लोगों की सभी शिकायतों का सख़्ती से निपटारा किया जायेगा।