हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बेहद ही खास होता है और इसे हाल ही में पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। वहीं अब कृष्ण भक्तो ने श्री लड्डू गोपाल जी के छठी महापर्व पावन सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर 1 बी ब्लॉक में धुमधाम से मनाई। श्री लड्डू गोपाल जी की छठी पूजा के उपलक्ष्य पर अखिल भारतवर्षीय श्री सनातन धर्म महाबीर दल ने विशेष आरती एवं भव्य पूजा का आयोजन किया। इस विशेष आरती में सभी श्रद्धालुओं ने एक स्थान पर खड़े होकर पूजा की।
इस अवसर पर महिला सत्संग मंडली में नीरू खेरा, वीना शर्मा, निधि, अनु, ममता भाटिया, तमन्ना, सरोज नागपाल, गुलशन अरोड़ा जी ने श्री लड्डू गोपाल जी के छठी महापर्व के अवसर पर भजनों की अमृत वर्षा कर खूब रगं जमाया।
मदिंर के प्रधान अशोक अरोड़ा ने कहा कि हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बेहद ही खास होता है और इसे हाल ही में पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया गया. वहीं अब कृष्ण भक्त कृष्ण छठी मना रहे हैं।
उन्होने कहा कि जन्माष्टमी की तरह ही कृष्ण छठी का भी विशेष महत्व होता है, हिंदू धर्म में किसी बच्चे का जन्म होने के 6 दिन बाद षष्ठी देवी की पूजा की जाती है और इसे छठी कहते हैं। मान्यता है कि छठी के दिन षष्ठी देवी बच्चे को स्वस्थ्य रहने की आशीर्वाद देती हैं।
उन्होने कहा कि छठी महापर्व के अवसर पर सुबह स्नान के बाद बाल गोपाल को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल) से स्नान करवाया जाता है। इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भर कर बाल गोपाल का फिर से अभिषेक किया जाता है।
कान्हा को उनके प्रिय पीले रंग के वस्त्र पहनाएं जाते है और चंदन का टीका लगाकर उनका शृंगार किया जाता है। इसके बाद उनका कोई भी पंसदीदा नाम जैसे-लड्डू गोपाल, ठाकुर जी, कान्हा, माधव, आदि नाम रखे जाते है।