फरीदाबाद में बस चालकों के लाइसेंस की जांच को लेकर विचार किया जा रहा है। दरअसल जांच के आधार पर ही बताया जा रहा है कि फरीदाबाद में केवल 15 फ़ीसदी बस चालकों के पास जिले का बना हुआ लाइसेंस है ।
इसके अलावा 85 फ़ीसदी बस चालकों का लाइसेंस किसी अन्य राज्य से बना हुआ है। रोड सेफ्टी अधिवेशन के वाइस प्रेसिडेंट ऐसी शर्मा के द्वारा पता चला कि फरीदाबाद जिले में लगभग 800 स्कूल हैं ।
जिनमें से 550 निजी स्कूल हैं और यह स्कूल है गली मोहल्ला गांव मैं बने हुए हैं और इनके पास भी बस की सुविधा है। फरीदाबाद में 85 फ़ीसदी बस चालकों का लाइसेंस अन्य राज्य से बना हुआ है।
यहां पर वे उसी लाइसेंस के आधार पर नौकरी कर रहे हैं और जो भी संस्थान उन्हें नौकरी पर रख रहा है वह इनका जांच-पड़ताल नहीं कर रहे।
छायेसा में कुछ समय पहले अभी दिल दहला देने वाला वाकया सामने आया था जिसमें स्कूल बस की चपेट में आने से 6 साल की बच्ची की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद से प्रशासन और लोगों को होश आया है और बस चालकों को लेकर और उनके लाइसेंस को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है।