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खुले में पड़े मेडिकल वेस्ट वैश्विक महामारी को न्योता देने में अदा करें महत्वपूर्ण भूमिका, स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण होगी यह लापरवाही

फरीदाबाद में कोरोनावायरस का प्रकोप दिन प्रतिदिन अपने नए स्वरूप के साथ एक नया आंकड़ा फरीदाबाद वासियों के सामने पेश कर रहे हैं। जहां खुले में घूम रहे कोरोनावायरस के मरीज और उनके संपर्क में से फैलने वाले इस वायरस को स्वास्थ्य विभाग में खतरनाक बताया हुआ है। वहीं दूसरी और मरीजों की देखभाल के लिए उपयोग में लाए जाने वाला मेडिकल वेस्ट भी कोरोनावायरस के कदम को धीरे धीरे और रफ्तार से बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

खुले में पड़े मेडिकल वेस्ट वैश्विक महामारी को न्योता देने में अदा करें महत्वपूर्ण भूमिका, स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण होगी यह लापरवाही

आपको बताते चलें कि फरीदाबाद में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 5000 की संख्या को भी पार कर चुका है वहीं मौत का आंकड़ा सौ की संख्या को भी पार कर चुका है ऐसे में लोगों को हिदायत दी जा रही है कि जितना हो सके सोशल डिस्टेंस का पालन करें। फेस मास्क को पहने रहे। इतना ही नहीं दिन में जितना हो सके अपने हाथ को हैंड वॉश या फिर हैंड सैनिटाइजर से सैनिटाइज करते रहे तभी कहीं जाकर इस वायरस से खुद को और दूसरों को संक्रमित होने से रोका जा सकता है।

लेकिन यहां तो लापरवाही की सीमा ही पार हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले फेस मास्क, फेस शिल्ड, पीपीई किड्स हैंड सैनिटाइजर की खाली बोतल बाहर खुले में पड़े हुए देखे जा सकते हैं। यह सभी सामग्रियां स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज का इलाज करते वक्त पहनी जाती है ताकि कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करते वक्त यह संक्रमण उन तक न पहुंच सके।

फरीदाबाद में भी खुले में पड़े हुए फेस मास्क, पीपीई किड्स, दस्ताने खुलेआम कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी को न्योता दे रहे हैं और संक्रमण को बढ़ाने में चार चांद लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को सोचना होगा कि जिन वस्तुओं के आधार पर वह कोरोना वायरस से स्वयं को बचाने के लिए स्माल कर रहे हैं।

ताकि कोरोनावायरस का संक्रमण उन तक ना पहुंच सके और वह जल्द से जल्द कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज कर सकें। जिससे खुराना से संकरण मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ करके वापस उनके घर लौट आया जा सके लेकिन खुले में पड़े यह सामग्री है स्वास्थ्य विभाग के लिए खुद ही एक चुनौतीपूर्ण समस्या बनती जा रही है।

कुछ इस तरह करें मेडिकल वेस्ट का निपटान

इसे मोटी पन्नी में डालें। फिर दूसरी पन्नी में रखें या अलग कचरा बॉक्स में डालें। सफाई कर्मचारी को इसे अलग से दें, जिससे मेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए निगम संबंधित एजेंसी को भेज सके। यदि कोई उपाय न हो तो इस गहरे गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढंक दें। इधर-उधर कदापि नहीं फेंकें। मेडिकल वेस्ट को कचरे के ढेर पर फेंक दे रहे हैं। इस कारण संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। यह आपराधिक मामला है।

Avinash Kumar Singh

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