फरीदाबाद के गांव फतेहपुर बिल्लौच में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देशों के विरोध में पीएचसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने से इंकार कर दिया और 3 एकड़ जमीन देने से भी मना कर दिया दरअसल 2008 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान जिसे अंत के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने इस गांव में 50 बिस्तरों का एक अस्पताल बनाने के लिए गांव की जमीन का 5 एकड़ हिस्सा मांगा और उस समय गांव में महिला सरपंच चंद्र थे जिन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर इनको जमीन दे दी।
एम्स द्वारा इस 5 एकड़ जमीन पर गार्ड खड़े कर दिए साथ में चारों तरफ दीवारों से बाउंड्री भी कर दी परंतु समस्या यहां आन पड़ी की एम्स ने अभी तक अपने अस्पताल का निर्माण नहीं कराया।
गांव वाले इस अस्पताल के निर्माण के लिए लगातार अधिकारियों और जनप्रतिनिधि नेताओं से मुलाकात करते हैं और उन्हें अपनी समस्या बताते हैं परंतु उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं होता।
गांव की समस्याओं को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के निर्देश भी दिए हैं और इन निर्देशों को लेकर चिकित्सा अधिकारियों ने जिला पंचायत से पीएचसी बनाने के लिए गांव की 3 एकड़ भूमि की मांग की।
जब सामाजिक शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी श्याम सिंह हुड्डा पंचायत सचिव गांव की ग्राम सभा से यह प्रस्ताव पास कराने के लिए गाय तो सभी ग्रामीणों ने रास्ते में हाथ खड़ा करके गांव में पीएचसी बनाने का विरोध किया और बताया कि उनकी इन की समस्या का समाधान निकाला जाए उन्हें अपने गांव में पीएचसी नहीं चाहिए उन्हें एम्स अस्पताल ही चाहिए।