फरीदाबाद में कारोबारियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। दरअसल आपको बता दें कि निगम क्षेत्र में अब जो भी व्यक्ति व्यापार कर रहा है उसे अब ट्रेड लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। इससे उद्योगपतियों, दुकानदारों, अस्पतालों और रेस्टोरेंट्स चालकों समेत लगभग 1.5 लाख लोगों को राहत मिलने वाली है।
जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद में करीब 28 हज़ार से ज्यादा उद्योग हैं वही 200 अस्पतालों के अलावा हजारों की संख्या में दुकानें और रेस्टोरेंट्स खोले गए हैं।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि नगर निगम की आर्थिक स्थिति खराब चल रही है और इससे पहले भी नगर निगम के ऊपर कर्जे बड़े हुए हैं।
वही निगम आय बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। जिसके चलते लोगों से टैक्स वसूली का कार्य किया जा रहा है इससे लोगों को सीवर और पानी की वसूली देनी होगी। इसके अलावा नगर निगम अपनी संपत्तियों को भी नीलाम कर रही है।
परंतु मिली सूचना के अनुसार नगर निगम को लगभग फरीदाबाद में ट्रैफिक को लेकर बहुत समस्या उत्पन्न होती है। इसका कारण वाहनों का बीच में रुक जाना वाहनों के बीच सड़क से ही मुन्ना और सबसे बड़ा कारण यहां के ऑटो ड्राइवरों का बताया जा रहा है।
दरअसल आपको बता दें कि बीके चौक पर नो पार्किंग जोन का बोर्ड लगा हुआ है लेकिन इसके बावजूद वहां पर ऑटो चालक अपने होठों को खड़ा कर लेते हैं। ऑटो के कारण लगातार जाम की समस्या उत्पन्न होती है।
एनआईटी के विभिन्न जगहों पर उनका ऑटो चालकों को दायरे में ऑटो खड़ा करने के लिए उस जगह को चिन्हित भी कर दिया गया था। जब इसकी जांच सोमवार को जांच टीम पहुंची तो पाया गया की जो भी ऑटो खड़ा करने का दायरा बनाया गया था।
वह गायब हो चुका था। इससे पहले फरवरी में भी ट्रैफिक अधिकारियों द्वारा ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ में बैठक की गई थी और इस बैठक के बाद आदेश दिया गया था।
कि जितने भी ऑटो चालक हैं शहर में वे सभी नेम प्लेट लगाकर और यूनिफॉर्म पहनकर ऑटो चलाएंगे। 20 करोड़ का भारी नुकसान होगा वही कुछ जगहों पर उनके व्यापार को देखते हुए ट्रेड लाइसेंस लेना होगा।