हरियाणा में सर्दियों की शुरुआत से ही पराली का जलना शुरू हो जाता है जिसके चलते प्रदूषण काफी मात्रा में फैल जाता है। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी पराली जलाने का यह सिलसिला जारी रहता है।
जिसके कारण हवा से वहां का प्रदूषण भी राज्य में प्रवेश करने लगता है जिसके कारण प्रदूषण काफी मात्रा में फैल जाता है। परंतु इस बार पराली जलाने पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है।
बता दें इस बार यदि फसल कटने के बाद बचे अवशेषों को जलाया गया तो उस पर रोक लगाने के लिए निगरानी भी रखी जाएगी और यदि कोई पकड़ा गया तो उस पर जुर्माने का भी प्रावधान है।
इसके लिए राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा हिदायतें भी जारी की गई हैं जिसके अनुसार जिला स्तर सब डिवीजन स्तर ब्लॉक स्तर वह ग्राम स्तर पर कमेटियां गठित की गई है।
इन सभी का कार्य अलग है और यह अपने क्षेत्र में कार्य करेंगे। जिला उपायुक्त विक्रम यादव ने बताया कि जिला लेवल कमेटी में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, जिला राजस्व अधिकारी, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी यह सभी सदस्य के रूप में शामिल हुए हैं।
इसके अलावा ब्लॉक की स्तर की कमेटी में खंड कृषि अधिकारी, तहसीलदार संबंधित ब्लाक और संबंधित खंड विकास अधिकारी को भी जिम्मेदारियां सौंपी गई है
सभी जिम्मेदारियों के बाद से पराली जलाने पर काफी सख्ती दिखाई जा रही है और यदि कोई भी व्यक्ति पर अली जलाते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।