हरियाणा के शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वन्य जीव और भारतीय संस्कृति में एक अटूट रिश्ता है वन्य जीव प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनसे प्रकृति के सौंदर्य में वृद्धि होती है वहीं यह कई वैज्ञानिक….
हरियाणा के शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वन्य जीव और भारतीय संस्कृति में एक अटूट रिश्ता है वन्य जीव प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनसे प्रकृति के सौंदर्य में वृद्धि होती है वहीं यह कई वैज्ञानिक….
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर- हरियाणा के शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वन्य जीव और भारतीय संस्कृति में एक अटूट रिश्ता है वन्य जीव प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनसे प्रकृति के सौंदर्य में वृद्धि होती है वहीं यह कई वैज्ञानिक अध्ययनों के आधार भी हैं ।
मंत्री वीरवार को छछरौली के राजकीय महाविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने इससे पहले वन्य प्राणियों पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति एक अनूठी संस्कृति है ऐसी संस्कृति जिसकी मिसाल दुनिया में कहीं भी नहीं मिलती है अहिंसा परमो धर्म और जियो और जीने दो के सिद्धांतों को हमें मां की गोद में ही सिखाना शुरू कर दिया जाता है।
दुनिया आज जीव जंतु संरक्षण की बात कर रही है लेकिन सच पूछो तो हमारे लिए यह कोई नई बात नहीं है हमारे ऋषि-मुनियों ने हमें जीव संरक्षण का उपदेश दिया यही उपदेश पीढ़ी दर पीढ़ी चल रहा है और उसे हम बखूबी आज भी निभाते आ रहे हैं ।
प्रधान वन सरंक्षक हरियाणा जगदीश चंद्र ने कहा कि हरियाणा में 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है और प्रदेश के साथ-साथ देश भर में वन्य जीव सप्ताह मनाया जा रहा है।
वन्यजीवों को सुरक्षित करने के लिए आम लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाने के लिए यह वन्य जीव सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
मुख्य जीव प्रति पालक हरियाणा विनीत कुमार गर्ग ने कहा कि पर्यावरण को साफ सुथरा रखने में गिद्धों का बड़ा भारी योगदान है व मरे हुए मवेशियों को खाकर पर्यावरण में दुर्गंध और बीमारी फैलने से बचाते हैं गिद्धों की कम होती संख्या को बढ़ाने हेतु।
हरियाणा के पंचकुला में बीड़ शिकारगाह में वर्ष 2001 से जटायु संरक्षण प्रजनन केंद्र कार्य कर रहा है आज जटायु संरक्षण पर प्रजनन केंद्र में 378 गिद्ध है । इस केंद्र में प्रजनित गिद्धों को माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के कर कमलों द्वारा नवंबर 2015 को सॉफ्ट रिलीज संपन्न हुई।