करवा चौथ एक सुहागन के लिए बहुत बड़ा त्योहार होता है। हर एक महिला जो सुहागन है वो हर साल करवा चौथ को बड़े ही उत्साह से मनाती है। करवा चौथ के दिन सास बहू के रिश्ते में भी मीठा आ जाती है। एक सुहागन अपने पति की लंबी उम्र की मनोकामना करते हुए निर्जला उपवास रखती है। ये दिन सुहागिनों के लिए बेहद खास होता है।
बिना सरगी खाए नहीं रख सकते व्रत
क्या आप जानते है करवा चौथ के व्रत में सरगी बहुत महत्व रखता है। आपको व्रत रखने से पहले सरगी का सेवन अवश्य करना होता है। बिना सरगी खाए आप व्रत नहीं रख सकते। सरगी हमेशा सांस द्वारा ही दिया जाता है जिसे खाकर सुहागन अपना व्रत प्रारंभ करती है।
सरगी से जुड़ी जरूरी जानकारी
आज हम आपको सरगी की संपूर्ण जानकारी देने वाले है कि सरगी क्या है, कौन देता है सरगी की थाली में किन व्यंजनों को शामिल करे। ऐसी तमाम जानकारी सरगी के बारे में आपको केवल इस एक लेख में मिल जायेगा।
क्या है सरगी, क्यों खाना होता है जरूरी?
सरगी वो भोजन है जो विवाहित महिलाओं को सूर्योदय से पहले खानी होती है। इस पारंपरिक भोजन में अलग-अलग तरह के व्यंजन शामिल होते हैं। ये एक महिला को अपनी सास से मिलते है।
सरगी अपनी बहू को शुभ दिन पर आशीर्वाद देने का तरीका है ताकि वो पूरे दिन सफलतापूर्वक उपवास कर सके। सरगी व्रत के दौरान महिला को पूरे दिन ऊर्जावान रहने में मदद करती है।
सरगी खाने का शुभ मुहूर्त
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ के दिन प्रातः सूर्योदय से पहले यानी भोर में 4 से 5 बजे के बीच सरगी ग्रहण कर लेना चाहिए। सरगी खाने का शुभ मुहूर्त 13 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 46 मिनट से लेकर सुबह 5 बजकर 36 मिनट तक है।
सरगी की थाली में जरूरी है ये चीजें
16 श्रृंगार
करवाचौथ सुहागिनों का त्योहार होता है। इसलिए 16 श्रृंगार इसके लिए अहम होता है। इसमें कुमकुम, बिंदी, पायल, मेहंदी, चूड़ी, लाल साड़ी, काजल, बिछिया, मेंहदी, नेल पेंट, जैसी चीजें शामिल होती है।
फल
सरगी में फलों का सेवन सेहत के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह व्रत निर्जला होता है, इस व्रत में कुछ खाया पीया नहीं जाता। इसलिए फलों का सेवन करने से शरीर में ताकत बनीं रहती हैं पूरा दिन अच्छे से बीत जाता है।
मिठाई
किसी भी शुभ काम की शुरुआत मीठे के सेवन से की जाती है। इसलिए सुहागिनों को मीठा जरूर खाना चाहिए। इसका एक साइंटिफिक रीजन भी होता है। किसी तरह का मीठा खाने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
ड्रायफ्रुट्स और नारियल पानी
सुहागिनों को इस व्रत में अन्न और जल का सेवन मना होता है। पूरे दिनभर में पानी और शरीर में ताकत बनाए रखने के लिए इसका सेवन आवश्य होता है।
खीर, सेवई या हलवा
सरगी थाली में हल्के भोजन जैसे सब्जियों के साथ सेंवई या दूध के साथ मीठी सेंवई भी शामिल हो सकती है। हलवे का भी सेवन किया जा सकता है। ये आपको काफी समय तक भरा रखते हैं।
फेनियां और मट्ठी
इस त्योहार के दौरान आमतौर पर फेनियां और मट्ठी का आनंद लिया जाता है। बहुत सारे दूध और सूखे मेवों के साथ ताजा बनाई गई फेनियान भी ले सकते हैं। सरगी के लिए मीठी या नमकीन मट्ठी का भी सेवन किया जा सकता है।