फरीदाबाद में पराली जलाने वाले भी हो जाएं सावधान क्योंकि अब प्रशासन ने पराली जलाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने का फैसला लिया है। इसके अलावा फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह ने किसानों से यह आवाहन किया है कि यदि कोई भी किसान अपनी फसलों को काट लेता है।
तो उसके बाद बचे हुए पराली को ना जलाएं जिससे प्रदूषण ना पहले इसके अलावा उन्होंने किसानों से यह भी अपील की है कि वह पराली का एक उचित प्रबंधन भी करेंगे और इसे एथेनॉल प्लांट के लिए भी बेचेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि यदि हम पराली जलाएंगे तो हमारी प्रकृति पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा इसके अलावा प्रदूषण बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ेगा।
वही हमारे खेतों में मिट्टी को उपजाऊ बनाने वाले कीटों को भी इससे बहुत ज्यादा नुकसान होगा। इसलिए फसलों की कटाई के बाद बची हुई पराली को ना जलाएं।
इसके अलावा कृषि कल्याण विभाग के उपनिदेशक पवन कुमार ने बताया कि यह जो अवशेष बचे होते हैं यह खेतों की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने में बेहद सहायक होते हैं।
इसलिए इन्हें काटना नहीं चाहिए इसमें लगभग 17 उपयोगी तत्व होते हैं जिससे मिट्टी की उर्वरक क्षमता अधिक होती है। पवन कुमार ने बताया कि अब धान की कटाई का समय नजदीक आ चुका है।
ऐसे में पहले सभी किसान भाइयों को जला देते थे जिससे प्रदूषण काफी ज्यादा खेलता था परंतु आप ऐसे नहीं होगा किसानों को जागरूक करने के लिए स्कूलों के विद्यार्थी किसानों को जागरूक करने के लिए सामने आएंगे और स्कूलों की 20 टीमें कृषि से जुड़े सभी लोगों को जागरूक करेंगे और पराली ना जलाने का संदेश देंगे।