हिंदू धर्म में उपवास भगवान को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है ताकि भगवान अपने भक्त से खुश होकर उनकी मनोकामना पूर्ण करे। व्रत रखने का रीति रिवाज अलग अलग होता है। ये निर्भर करता है की किसका व्रत रख रहे है। नवरात्रे का व्रत है तो 9 दिन का रखते है और महाशिवरात्रि पर 1 दिन का। लेकिन क्या हो आगे अगर आपसे व्रत टूट जाए तो? तो चलिए बताते है इस लेख में…
गलती से टूट जाए व्रत तो क्या करे?
व्रत अगर पूर्ण न हो तो भगवान नाराज हो जाते है और आपकी मनोकामना भी अधूरी रह जाती है। हालांकि कोई जानबूझ कर अपना व्रत नहीं तोड़ना चाहेगा लेकिन क्या करेगे आप यदि गलती से आपका व्रत टूट जाए तो? घबराए नही बस कर ले ये छोटे उपाय इससे नहीं होगे भगवान नजर और आपका व्रत भी होगा पूरा।
व्रत तोड़ने की न करे भूल
भक्तों को सबसे पहले इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि व्रत न टूटे। यदि भूलवश आप व्रत खंडित भी कर देते हैं तो इसके लिए भी कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन कर आप व्रत दोष से बच सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि व्रत खंडित होने की स्थिति में आपको व्रत दोष से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?
टूटे व्रत को पूर्ण करने के उपाय
भगवान से क्षमा मंगल
किसी कारणवश भूल से आपका व्रत टूट गया है तो किसी धर्म संकट में ना पड़ें। ऐसा होने पर आप तुरंत मां दुर्गा से हाथ जोड़कर तुरंत माफी मांग लें।
देवताओं के हवन करवाए
अगर गलती से आपका व्रत टूट जाता है, तो आप घर में देवी-देवताओं का हवन करवाएं और उसी दौरान माफी भी मांग लें। बताया जाता है कि व्रत टूटने के बाद लगा दोष भी दूर हो जाता है। इसके साथ ही हवन करवाने से आपका व्रत भी पूर्ण माना जाता है।
मूर्ति करे स्थापित
व्रत टूटने के बाद आप देवता की मूर्ति को मंदिर में स्थापित का सकते हैं। देवता की मूर्ति स्थापित करने के बाद आप इसेदूध, दही, शहद, घी और शक्कर को मिलाकर पंचामृत बनाएं और उसी से स्नान कराएं।
भगवान की करे पूजा अर्चना
जिस दिन भी आपका व्रत टूटा हो, उस दिन देवता के समक्ष जाकर उनसे जुड़े विशेष मंत्र व आरती के साथ पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इससे भगवान प्रसन्न होते है। कहा जाता है कि ऐसा करने से व्रत भंग होने का दोष भी नहीं लगता।
दान पुण्य करे
यदि आप गलती से व्रत टूट जाए या भंग हो जाए तो बिल्कुल भी परेशान न हों। बल्कि किसी पुजारी के पास जाकर उनसे दान-पुण्य के बारे में पूछें। फिर उनके बताने के मुताबिक, दान-पुण्य करें ताकि मां दुर्गा को प्रसन्न कर सकें।