Categories: IndiaReligionSpecial

इस दिवाली रात में करे मातंगी मंत्र का जाप, रातों रात पूरी हो जाएगी हर मन्नत

हम जीवन में सदैव मेहनत करते हैं तथा हमेशा यह प्रयत्न करते रहते हैं कि हमारा समाज तथा हमारा परिवार हमसे सदैव प्रसन्न रहे, परन्तु ऐसा होता नहीं है। उसका सबसे बड़ा कारण है कि प्रसिद्धि, क्योंकि जब तक हमें जीवन में प्रसिद्धि नहीं मिलती, हमारा कोई सम्मान नहीं करता है।

दुनिया सर झुकाएगी तो ही परिवार भी हमें सम्मान देगा अन्यथा वो कहावत तो सुनी ही होगी, घर की मुर्गी दाल बराबर। और यदि आप प्रसिद्ध है तो लक्ष्मी भी आपके जीवन में आने को आतुर हो उठती है।

मातंगी देवी करेंगी सारे वघन दूर

इस दिवाली आप प्रसिद्धि पा सकते है साथ है अपनी हर मनोकामना भी पूर्ण कर सकते। आपको बस इसके लिए दिवाली की रात एक मंत्र का जाप करना है। निश्चित रही यदि माता प्रसन्न हुई तो आपकी मनोनामना जरूर पूरी होगी साथ ही घर में सुख समृद्धि और लक्ष्मी का आगमन होगा। आपको बस मातंगी देवी की मातंगी मंत्र तंत्र का जाप करना है फिर क्या निश्चित रहे फल जरूर मिलेगा।

मातंगी देवी करती है मनोकामना पूर्ण

मातंगी देवी दस महाविद्याओं में से एक हैं। इंद्र जाल और जादुई शक्ति में देवी पारंगत हैं। देवी प्रसन्न होने पर भक्तो की समस्त मनोकामनाएं पूरी करती हैं। देवी का सम्बन्ध कई प्रकार की तंत्र क्रियाओं और विद्याओं से हैं। ऐसा कहा जाता हैं की देवी मात्र वचन द्वारा ही तीनो लोको में समस्त प्राणियों तथा अपने घोर शत्रु को भी वश में करने में समर्थ हैं। माँ का आशीर्वाद आप मातंगी पूजा संपन्न करा प्राप्त कर सकते हैं।

कौन है देवी मातंगी?

मतंग जो की शिव का ही नाम है और इनकी शक्ति मातंगी है। मातंगी दस महाविद्याओं में से नौवीं विद्या हैं। इन देवी का वर्ण श्याम हैं। मातंगी देवी चन्द्रमा को अपने मस्तक पर धारण करती हैं। देवी मातंगी सम्मोहन विद्या एवं वाणी की अधिष्ठात्री हैं।

मातंगी पूजा के लाभ

मातंगी पूजा से आप भौतिक जीवन को भोगते हुए आध्यात्म की उँचाइयो को छू सकते है ।

मातंगी पूजा से जातक को पूर्ण गृहस्थ सुख ,शत्रुओ का नाश, भोग विलास,आपार सम्पदा,वाक सिद्धि, कुंडली जागरण ,आपार सिद्धियां, काल ज्ञान ,इष्ट दर्शन आदि माँ के आशीर्वाद से प्राप्त होते है।

मातंगी साधना के लिए मातंगी यंत्र की आवश्यकता होती है, जिसे बाजार से खरीदा जा सकता है। यह यंत्र ताम्र या अष्टधातु का बना होना चाहिए। यदि क्षमता हो तो सोने या चांदी से बना हुआ भी ले सकते हैं। इसके बाद दीपावली की रात्रि में पूर्वाभिमुख होकर लाल कंबल का आसन बिछाकर बैठ जाएं। एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर यंत्र की स्थापना करें। पूजन करें। फिर साधना के लिए मातंगी ध्यान करें-

ध्यान मंत्र-

श्यामांगी शशिशेखरान्ति्रनयनां रत्नसिंहासनस्थिताम् ।
वेदैव्र्बाहुदण्डैरसि खेटक पाशांकुशधराम् ।।

मातंगी मंत्र-

ऊं ह्रीं क्लीं हूं मातंग्यै फट् स्वाहा
इस मंत्र की 11 माला जप करें। माला स्फटिक या रुद्राक्ष की ले सकते हैं।

PEHCHAN FARIDABAD

Recent Posts

IMT मेंं पांच दिन करेंगे सिहोर वाले प्रदीप मिश्रा भगवान शिव का गुणगान,सजा पंडाल

बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…

2 days ago

केंद्रीय विद्यालय संगठन ने आयोजित किया ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…

1 month ago

भाजपा को पूरी ताकत से लाओ, क्षेत्र की तस्वीर बदलने का काम मेरा : ओल्ड फरीदाबाद विधानसभा प्रत्याशी विपुल गोयल

भारतीय जनता पार्टी के फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने…

2 months ago

काॅलोनियों के विकास की फाइल दबा कर बैठ गई भाजपा सरकार: NIT 86 कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा

रविवार को एनआईटी से कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा ने जवाहर काॅलोनी डबुआ काॅलोनी मेन रोड…

2 months ago

चुनाव में वोट काटने वालों से रहें सावधान: नीरज शर्मा

एनआईटी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा का गांव फतेपुर तगा पहुंचने…

2 months ago

अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी ने मनाया 78 वा स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस की 78 वीं वर्षगांठ पर "अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी" द्वारा आजादी के गर्व का…

3 months ago