फरीदाबाद एनआईटी थाना की महिला हेड कॉन्स्टेबल घुस लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

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 फरीदाबाद एनआईटी थाना की महिला हेड कॉन्स्टेबल घुस लेते रंगे हाथो गिरफ्तार



महिला थाना एनआईटी की हेड कॉन्स्टेबल ने कानून और खुद के औरत होने पर शर्मसार कर दिया है। न्याय और महिला की रक्षा करने वाली एनआईटी महिला थाना हेड कॉन्स्टेबल घूसखोर निकली। न्याय के लिए पहुंची महिला की शिकायत को दर्ज न करवाने करने का आरोपी के साथ किया सौदा। जानिए पूरी वारदात इस लेख में…

आरोपी के साथ धारा ना बनाने का कर रही थी समझौता

फरीदाबाद एनआईटी थाना की महिला हेड कॉन्स्टेबल घुस लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

एक दंपति के बीच घरेलू विवाद के शिकायत करे कैसे में एनआईटी थाना महिला हेड कॉन्स्टेबल कल्पना ने आरोपी पक्ष से समझौता किया की वो बलात्कार की धाराओं को केस में न जोड़ने के बदले में पैसे लेगी जिसे आम भाषा में घुस कहा जाता है। इस मामले पर पीड़ित ने सतर्कता आयोग में शिकायत की और उन्हें बताया की उसने 20 हजार रुपये महिला हेड कॉन्स्टेबल को दे दिए थे। 15 हजार रुपये और मांगे जा रहे थे।

35 हजार घुस मांग रही थी महिला हेड कॉन्स्टेबल

सतर्कता आयोग ने इस घूसखोरी की शिकायत पर एक्शन लेते हुए आरोपी महिला हेड कॉन्स्टेबल को सेक्टर 21 से रंगे हाथो दबोच लिया। फरीदाबाद के बडकल में रहने वाली एक महिला ने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया। इस मामले की तहकीकात कर रही महिला हेड कॉन्स्टेबल कल्पना ने पीड़िता के पति से वैवाहिक बलात्कार की धारा को हटाने के लिए 35 हजार रुपए मांगे।

एनआईटी महिला हेड कॉन्स्टेबल घुस लेते गिरफ्तार

फरीदाबाद एनआईटी थाना की महिला हेड कॉन्स्टेबल घुस लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

कल्पना ने महिला के पति से 20 हजार रुपए पहले ही ले लिए थे और शुक्रवार को 15 हजार रुपए देने के फिर से बुलाया था। सतर्कता आयोग को इसका पता लगते ही डीएसपी मीना कुमारी ने टीम को साथ लेकर जाल बिछा दिया। टीम ने दस हजार की गड्डी पर पाउडर लगाकर शिकायतकर्ता को दे दिए। उसने जैसे ही पैसे लिए टीम ने इशारा पाते ही कल्पना रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को सतर्कता आयोग शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी।

साथ मौजूद थी एक और महिला पुलिसकर्मी

पुलिस सूत्रों से पता चला कि सतर्कता आयोग ने रिश्वत लेते आरोपी हेड कॉन्स्टेबल के साथ एक और महिला पुलिसकर्मी को पकड़ा था। वो सतर्कता आयोग के सामना घबरा कर मौके पर बेहोश हो गई। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ये घटना एक बहुत ही शर्मसार है क्योंकि न्याय दिलवाने पर ही चांद पैसों में बीक रहे है। पुलिस ही आरोपी बन रही है और सबसे बड़ी बात एक महिला कॉन्स्टेबल होने के बावजूद भी एक महिला को न्याय दिलाने के बदले घूसखोरी कर रही है।

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