फरीदाबाद शहर में पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) निगम के सभी ट्यूबवेल को अपने कब्जे में लेने की तैयारी कर रहा है। इनकी संख्या करीब 1500 है। ट्यूबवेल शहर में पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्त्रोत है। इसलिए एफएमडीए के अधिकारी इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करना चाहते हैं। एफएमडीए की कई बैठकों में यह मुद्दा उठा है। अब जल्द ही निगम अधिकारियों से बात कर इस दिशा में कदम उठाया जा सकता है।
FMDA के पास 22 नवीनीकरण हैं
FMDA ने नगर निगम से 16 नवीनीकरण और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से छह नवीनीकरण किए हैं। FMDA भी रेनीवेल के लिए लाइन का रखरखाव कर रहा है। जल्द ही बूस्टिंग स्टेशन की देखरेख भी एफएमडीए को सौंप दी जाएगी। शहर में सिर्फ ट्यूबवेल ही नगर निगम के अधीन हैं। इनसे करीब 100 एमएलडी पानी विभिन्न सेक्टरों और कॉलोनियों में सप्लाई किया जाता है।
वर्तमान स्थिति ठीक नहीं
नगर निगम के ट्यूबवेल की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। कई ट्यूबवेल का भूजल स्तर नीचे खिसक गया है। निगम के अधिकारियों ने इसका समाधान निकालने की कोशिश तक नहीं की। कहीं मोटर खराब है, तो कहीं कोई और समस्या है। अब एफएमडीए इन सभी ट्यूबवेल का डाटा तैयार कर रहा है। जहां कहीं कमी है, उसे दूर कर पेयजल आपूर्ति बढ़ाई जाएगी।
पहले चरण में चालू होंगे 50 ट्यूबवेल
नगर निगम के 50 ट्यूबवेल ऐसे हैं जो पूरी तरह ठप हैं। इन्हें चालू करने पर 40 एमएलडी पानी लगेगा। 14 अन्य ट्यूबवेल पर अधूरे कार्य को पूरा कर 10 एमएलडी पानी लिया जाएगा। शहरवासियों को कुल 50 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। यह काम भी एफएमडीए करेगा। इसके 4.2 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है।
मांग और आपूर्ति में अंतर
पेयजल आपूर्ति की मांग और आपूर्ति में 120 एमएलडी का अंतर है। डिमांड 450 एमएलडी और सप्लाई 350 एमएलडी है। एफएमडीए 22 रैनीवेल से शहरवासियों को रोजाना करीब 200 एमएलडी पानी दे रहा है। बाकी पानी ट्यूबवेल से आता है।