फरीदाबाद जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर जिला नागरिक सिविल बादशाह खान अस्पताल में सबसे बड़ा है। इसके अलावा करीब 30 स्वास्थ्य केंद्र हैं। इनमें स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी किसी से छिपी नहीं है। कई पद खाली भी हैं। यह एक बड़ी वजह है कि लोगों को निजी या दिल्ली के अस्पतालों का रुख करना पड़ता है।
हॉस्पिटल अपग्रेड के बाद भी सुविधाओं में रही कमी
बता दे कि जिला सिविल बादशाह खान अस्पताल को बने सात दशक हो गए हैं और करीब 20 साल पहले इसे 200 बेड तक अपग्रेड किया गया था, लेकिन ज्यादा सुविधाएं नहीं दी गईं। जिले में आए दिन दवाओं की किल्लत हो रही है। जिले में छह माह से दवा नहीं थी।
अब तो दवा आ गई, लेकिन मरीजों को कब तक सारी दवाएं मिलती रहेंगी, कहना मुश्किल है। इसी तरह सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। अस्पताल प्रबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती इमरजेंसी को मैनेज करने की है। बता दें कि सिविल अस्पताल की रोजाना ओपीडी 1800 से 2000 तक है।
जनता की परेशानी जनता की जुबानी
गांधी कालोनी के हाजी अलीमुद्दीन ने बताया कि, मेरे पैर में दर्द है और कई बार अस्पताल से चिकित्सकीय परामर्श लेकर आ चुका हूं। नागरिक अस्पताल में सभी दवा नहीं मिलती है। डाक्टर ने दिल्ली जाने की सलाह दी है, लेकिन इस दर्द के साथ दिल्ली जाना संभव नहीं है।
यदि सरकार सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं नागरिक अस्पताल में उपलब्ध करा दे, तो लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। सस्ती दरों पर यह सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं, जबकि बीपीएल परिवार के लिए निश्शुल्क होनी चाहिए। इससे स्वास्थ्य सुविधा प्रत्येक व्यक्ति की पहुंच हो जाएगी।