फरीदाबाद की जनता प्रदेश की स्वच्छता को लेकर चिंतित है। स्मार्ट सिटी को साफ सिटी के टॉप पर देखना चाहती है फरीदाबाद की जनता लेकिन नगर निगम के विभिन्न इलाकों में कहीं नालों व नालियों का पानी सड़कों पर जमा हो जाता है तो कहीं बारिश का पानी जमा हो जाता है। नगर निगम इस मामले में कोई सुधार नहीं कर पा रहा है। ऐसे में लोग सोच रहे हैं कि आने वाले दिनों में हमारा शहर स्वच्छता के मामले में कैसे अव्वल आएगा?
हर एक क्षेत्र की है अलग अलग समस्याएं
ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के बाहरी हिस्से में कई दिनों से नाले का पानी जमा है। इस रास्ते से बड़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन आते-जाते हैं। इसी तरह मथुरा रोड से इंदिरा कॉलोनी की ओर मुड़ते हैं तो यहां भी जलभराव हो जाता है।
तहसील और पार्कों के बुरे हाल
हैरानी की बात यह है कि बड़खल तहसील परिसर में कई दिनों से जलभराव है। सबसे बुरा हाल एसजीएम नगर बौद्ध विहार पार्क रोड का है। सैनिक कॉलोनी से आकर बुद्ध विहार पार्क की ओर मुड़ने पर नाला काफी समय से जाम है। सड़क पर नाले का पानी ओवरफ्लो हो रहा है।
जिम्मेदारी से भागते है नगर निगम
नगर निगम के अधिकारी इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बड़खल तहसील परिसर में बारिश का पानी जमा हो गया है। आपको बता दें कि हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण होता है। केंद्र की टीमें अलग-अलग इलाकों में जाकर साफ-सफाई का जायजा लेती हैं। इसके बाद ही शहर को रैंकिंग मिलती है।
अधकारी दे रहे सुझाव
कन्फेडरेशन आफ आरडब्ल्यूए के महासचिव एएस गुलाटी अपना सुझाव दिया कि नगर निगम को शहर की बेहतरी के लिए नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाना चाहिए। मगर न अधिकारी ध्यान देते हैं और न ही निगम कर्मचारी । यही वजह है कि सड़कों पर नालियों का पानी जमा है। ऐसे में स्वच्छ सर्वेक्षण के मामले में अपना शहर कैसे अव्वल आएगा। हम सहयोग देने को तैयार हैं। निगम को गंभीरता बरतनी होगी।
स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकारी अभियंता पदमभूषण का कहना है कि शहर में स्वच्छता अभियान बेहतर तरीके से चल रहा है। फिर भी जहां-जहां सुधार की जरूरत है, वहां काम कराए जा जा रहे हैं। स्वच्छता के मामले में आरडब्ल्यूए और मार्केट एसोसिएशन का भी सहयोग लिया जा रहा है।