फरीदाबाद में लगने वाला 36वा अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले (International Surajkund Handcraft Fair 2023) में तैयारियां तो तेजी से चल रही है पर इतने बड़े मेले में हरियाणा पर्यटन विभाग (Haryana Tourism Department) बहुत सारी कमियों को नजर अंदाज कर रहा है।
मेला शुरू होने में 2 हफ्ते से भी कम समय बचा है लेकिन देखा जाए तो विभाग सिर्फ साज सज्जा पर ही जोर दे रही है। आज आपको हम मेले के अंदर की जानकारी नहीं बल्कि बाहर की देंगे की इतने बड़े मेले में विभाग कैसे नाक कटाने वाला काम कर रहे है।
कैसे आए मेले में, सड़के जाने नही देती!
आपको बता दे पहली बार कंट्री पार्टनर के रूप में शंगाई कॉरपोरेशन आर्गेनाइजेशन (Shanghai Cooperation Organisation) के देश शामिल होगे लेकिन लेकिन वो आएंगे कहा से जब सूरजकुंड की पूरी रोड खतरनाक गड्ढों से भरी हुई है। और लाख कोशिश करने के बाद भी विभाग 12 दिनों में तो सड़क नही बना पाएगी। ये सड़के फरीदाबाद और हरियाणा की नाक कटाने के लिए काफी है।
सूरजकुंड मेले की ऑनलाइन वेबसाइट नही कर रही काम
इंटरनेट का जमाना है, हर इंसान कुछ भी जानने के लिए अपने इंटरनेट ही खोलता है। अब ऐसी में अगर किसी को सूरजकुंड 2023 की जानकारी के लिए वेबसाइट खोलना पड़े तो उसे हताशा ही हासिल होगी। आपको बता दे सूरजकुंड मेले की वेबसाइट काम नही कर रही है और न ही इस वेबसाइट पर जैसे दिल्ली की वेबसाइट्स पर सारी ए टू जेड जानकारी होती है की कौन सी चीज कहां मिलेगी, आदि की भी पूर्ण जानकारी नहीं है।
हरियाणा रोडवेज बस सुविधा उपलब्ध करा पाएगी?
सूरजकुंड मेले में जाने के लिए हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) ने दिल्ली, गुड़गांव और फरीदाबाद के लिए बस सुविधा देने का एलान किया है पर जैसी विभाग की हालत है उससे उन पर विश्वास करना मुश्किल है क्योंकि विभाग ने ऐसी बहुत सारे कामों को करने का एलान किया जो अभी तक पेंडिंग है। अगर ऐसी छोटी मोटी चीजों को पूरा नहीं किया गया तो फरीदाबाद की नाक कट जाएगी और जो मौका हमें वैश्विक स्तर पर भारत को प्रदर्शित करने मिलता है उसमे असफल हो जाएंगे।