शहरों में भूजल का ज्यादा प्रयोग करने से यहां के जमीनों में पानी काफी नीचे चला गया है जो कि खतरे का कारण है। बता दें लोगों द्वारा समर सिब्बल का प्रयोग करके भूजल स्तर को नीचे पहुंचाया जा रहा है जिसे रोकने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद में कई स्थानों पर बोरवेल है जो कि बंद पड़े हैं जिनका प्रयोग नहीं किया जाता। इन सभी बोरवेलों को अब सही कराने का प्रयास किया जाएगा।
बोरवेल होगा ठीक बुझेगी प्यास
हाल ही में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद में शनिवार को एक अभियान की शुरुआत की जिसमें फरीदाबाद के तमाम बोरवेल ओं को फिर से ठीक किया जाएगा और करोड़ों लोगों को पानी पहुंचाने के लिए प्रयास किया जाएगा। बता दें यह कार्य दो चरणों में किया जाएगा। चौटाला ने बताया कि फरीदाबाद में 100 बोरवेल पहले चरण में ठीक करने का प्रयास किया जाएगा जिसमें एक बोरवेल को ठीक करने पर ₹50 हज़ार का खर्च आ रहा है इसके बाद ही अन्य अन्य बोरवेल को ठीक करने का प्रयास किया जाएगा।
इन संस्थानों ने किया बड़ा योगदान
जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्य में खर्च करने के लिए दो बड़े संस्थान भी अपना योगदान दे रहे हैं जिसमें रोटरी क्लब तथा आवाज फाउंडेशन का नाम सामने आ रहा है। बता दे उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा है कि धरती में भूजल की कमी को महसूस किया जा रहा है जिसके लिए भू संरक्षण की अत्यंत आवश्यकता है।
जिसके लिए अपने प्राकृतिक स्त्रोतों को फिर से जीवित करना पड़ेगा। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा इस कार्य को करने के लिए इस वर्ष 1100 करोड़ रुपए का बजट तय कर चुकी है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि फरीदाबाद में बोरवेल ओं की संख्या बहुत ज्यादा है परंतु भूजल स्तर नीचे जाने की वजह से सभी बोरवेल बंद पड़े हैं जिससे लाखों लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।