?फरीदाबाद में नगर निगम द्वारा सीवर शोधन संयंत्र की जांच की गई जिसमें हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एचएसपीसीबी ने जांच किया जहां उन्हें मिला की पानी स्वच्छ नहीं है इसमें जैविक ऑक्सीजन मांग ज्यादा संख्या में है।
बता दे एचएसबीसी का कार्य सीवर शोधन संयत्र में पानी का सही तरीके से होने वाले उपचारित को देखने का जिम्मा होता है जिसके लिए एसपीसीबी को पानी का जाट सैंपल लेना होता है जिसे वह आगे भेजते हैं और रिपोर्ट आने पर उसके अनुसार काम करते हैं।
वही एचएस पीसीबी ने बादशाहपुर स्थित 45 एमएलडी के एसटीपी से उपचारित होने वाले पानी के नमूनों की जांच की रिपोर्ट आने पर पता चला कि नमूने सेल मिले हैं अब एचएस पीसीबी द्वारा नगर निगम के मुख्य अभियंता को नोटिस भेजा गया है जिसमें नमूनों के फेल होने का कारण मांगा गया है।
वही इसके अलावा जो पानी जांच के लिए गया हुआ था उसमें 10 बीओडी के अलावा 78 बीओडी मिले हैं। जानकारी के लिए बता दें कि नगर निगम में मिर्जापुर में 45 एमएलडी प्रतापगढ़ में 50 एमएलडी वही बादशाहपुर में 45 एमएलडी पानी के प्लांट लगे हुए हैं जिसमें सीवर शोधन संयंत्र में सीवर का पानी सही तरीके से उपचारित हो रहा है या नहीं यह कार्य एचएसबीसी भी देखता है।
बता दें एचएसबीसी द्वारा बादशाहपुर से 43 एमएलडी के एसटीपी से पानी के नमूनों की जांच लिया गया और उस जांच को दिसंबर में चंडीगढ़ भेज दिया गया था जिसकी रिपोर्ट अब आ चुकी है और पानी में 78 बीओडी पाए गए हैं।
अभी फिलहाल एचएसपीसीबी ने नगर निगम अभियंता से पानी में इन गलत नमूनों को पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है यदि सही कारण नहीं बताया गया तो एसएसपीसीबी द्वारा जुर्माना भी लगाया जा सकता है।