फरीदाबाद में नशीले पदार्थों का धड़ल्ले से धंधा चल रहा है। नशे का किंग कहा जाने वाला बिजेंद्र उर्फ लाला नशे का अवैध कारोबार चला रहा था जिसपर कोई भी रोक नही लगा पा रहा था। वहीं लाला की पिछले वर्ष हुई मौत के बाद इसका यह अवैध कारोबार बंद होने की बजाय दोगुनी तेजी के आगे बढ़ रहा है।
महिलाएं चला रही हैं नशे का धंधा
बताया जा रहा है कि नशे के इस कारोबार को अब महिलाओं ने अपने हाथों में ले लिया है। दरअसल यहाँ की सुरक्षा और कमजोर व्यवस्था को देखते हुए महिलाओं ने इसका फ़ायदा उठाना शुरू कर दिया है और इस अवैध कारोबार को आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे पहले सिर्फ पुरुष ही इस काम को करते थे परंतु बड़ी संख्या में महिलाएं सामने आ रही हैं।
जानकारी के अनुसार इनके समूहों में लगभग 3 किलो काम कर रहे हैं जोकि अपने गुर्गों के जरिए गांजा का धंधा आगे चला रहे हैं। बता दे इससे पहले विजेंद्र उर्फ लाला की मां को नशीले पदार्थों का धंधा करने के आरोप में क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा था वही विजेंदर की शाली को भी पुलिस ने नशीले पदार्थों की बिक्री के आरोप में पकड़ा था। परंतु बाद में विजेंद्र की मां और कि साली को जमानत मिल गई।
बता दे इन तस्करों का संपर्क फरीदाबाद जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में फैला हुआ है नशे के बाजार को सेक्टर 22 मच्छी बाजार, बल्लभगढ़ कलंदर कॉलोनी, अज्जी कॉलोनी और संत नगर जैसे अन्य क्षेत्रों में फैला हुआ है।
जिला बार एसोसीएशन के प्रधान राजेश बैसला ने कहा की कानून व्यवस्था को समझ कर इनकी बारीकियाँ जान कर महिलाएं इस काम का हिस्सा बन रही है। जानकारी के लिए बता दें की CRPC के तहत महिला, किशोरी तथा बुजुर्ग और मानसिक रूप से परेशान आरोपित को जमानत का प्रावधान है। महिलाओं को सरलता से जमानत मिलने के चलते वे फिर से इस धंधे से जुड़ जाती है।