फरीदाबाद बहुत तेज़ी से विकास की सीढियां चढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि फरीदाबाद शहर औद्योगिक नगरी, यहां मैन्युफैक्चरिंग की फैक्ट्रियां और कई सामानों का निर्माण होता है। अब इससे ये तो अंदाजा लगाया जा सकता है की फरीदाबाद की ज्यादातर जनता हायर क्लास के है। लेकिन पैसे वाला शहर फरीदाबाद अपने शहर में बहुत सारी कमियों महसूस करता है जिसे पूरा करने के लिए लोग दिल्ली, गुरुग्राम या नोएडा की तरफ भागते है।
फरीदाबाद में पहली बार खुलेगा स्टारबक्स
फरीदाबाद को मॉडर्न बनाने में लगी सरकार जनता को खुश तो कर रही है लेकिन ये भूल रही है की मॉडर्न सिटी में सारी सुविधाएं होती है। अभी हाल फिलहाल में फरीदाबाद के बाटा चौक मेट्रो स्टेशन के पास पेबल डाउनटाउन मॉल खोला गया है जोकि काफी चर्चे में है। ये मॉल फरीदाबाद के अन्य मॉल्स से काफी अलग और खूबसूरत है, इसमें बड़े बड़े ब्रांड्स के शोरूम को ओपन किया गया है और सबसे बड़ी बात तो ये है की फरीदाबाद में पहली बार पेबल डाउनटाउन मॉल में स्टारबक्स खुलने वाला है जिसकी तारीख 11 मार्च है।
नीलम चौक अजरोंदा मेट्रो स्टेशन की खाली जमीन का हुआ सदुपयोग
ऐसे ही नीलम चौक अजरोंदा मेट्रो स्टेशन के नीचे एडिडास आउटलेट और जूडियो का शोरूम खुला है। इसे सकारात्मक रूप से देखा जा सकता है क्योंकि मेट्रो स्टेशन के नीचे खाली पड़ी जमीन का सदुपयोग किया गया है। अब इससे कमाई और मॉडर्निटी के साथ साथ जनता की ख्वाहिशें और जरूरतें पूरी होगी। आपको बता दे, सूत्रों के अनुसार आने वाले 6 महीने में। फरीदाबाद का रंग रूप बिल्कुल अलग दिखने वाला है। आने वाले समय में बहुत सारे बड़े बड़े ब्रांड्स फरीदाबाद में खुलने वाले है।
आधुनिकता से पड़ रहा नकारात्मक प्रभाव
इस लेख में आपने फरीदाबाद के आधुनिकता को जाना लेकिन इससे जो नकारत्मक प्रभाव पड़ रहा है अब इसके बारे में जान लीजिए। चकाचौंध बनाने के चक्कर में मामूली सुविधाओं को पिछुवाया जा रहा है। इन सब की वजह से पार्किंग की समस्या बढ़ रही है। लोग सड़कों पर ही अपनी गाड़ियां पार्क कर रहे है जिसके कारण आने जाने वाली गाड़ियों को काफी समस्या हो रही है। अब इसका कसूरवार कौन है मॉल का मालिक या प्रशासन पार्किंग होने के बावजूद भी अगर लोग अपनी गाड़ियां सड़को पर खड़ी कर रहे है तो प्रशासन को इसके लिए ठोस कदम उठाना चाहिए।