पूरी दुनिया में ऐसा कोई भी नेता नहीं है जिसने जनता को लुभाने के लिए कभी भाषण ना दिया हो। हमारे भारत में हर नेताओं के पास भाषण की लंबी चौड़ी स्क्रिप्ट होती है। भाषण देने वाले नेता के अनुयायियों को अपने मनपसंद नेता के भाषण को बहुत ही गंभीरता से सुनते हैं और तालियां भी बजाते हैं। एक ऐसा ही भाषण था हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिसमें उन्होंने यह कहा था कि बेरोजगारों को चाय और पकौड़े बेचकर अपना रोजगार चलाना चाहिए।
भाषण सुनकर खोली चाय पकोड़े की दुकान
यह बयान जब उस वक्त वायरल हुआ तो काफी बवाल मच गया था लेकिन किसे पता था कि इसी भाषण से कोई प्रेरित होकर आज खूब पैसे कमाने वाला है। जी हां आपने बिल्कुल सही सुना जिस भाषण की देशभर में निंदा की गई उस भाषण से एक शख्स ने प्रेरणा ली और आज चाय पकोड़े बेचकर कमाई से अपने घर को चला रहा है कौन है वह शख्स, कहां है का है वह शख्स चलिए आपको इस लेख में बताते हैं।
प्रधानमंत्री के भाषण से मिली प्रेरणा
दरियापुर गांव का बलवीर आईए की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में कोलकाता चला गया। निजी कंपनी में काम से संतुष्ट नहीं हुए तो नौकरी में लग गए। लेकिन जब प्रधानमंत्री चार साल पहले गया की धरती पर आए तो उस दिन से ही बलवीर की जिंदगी की कायापलट हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के दौरान कहा कि बेरोजगार रहने की जरूरत नहीं है, अगर आप चाय-पकौड़े की दुकान चलाते हैं तो आपको अच्छी आमदनी होगी। बस यही सुन कर बलवीर ने चाय पकौड़े की दुकान खोलने का मन बना लिया और आज वो बिहार के गया-चेर्की से शेरघाटी जाने वाली मुख्य सड़क दरियापुर मोड़ पर चाय पकोड़े की दुकान चला रहे है।
अपने साथ दूसरो को भी बनाया सफल
बलवीर ने दुकान में ही प्रधानमंत्री की फोटो लगाई है और आत्मनिर्भर भारत चाय-पकौड़े का बोर्ड भी लगाया है। मिट्टी के बने कुल्हड़ में चाय और सरसों के तेल में छाने हुए बेसन में आलू और प्याज मिलाकर पकौड़े बेचना शुरू किया। दुकान का पोस्टर देख कर ही लोग खींचे चले आते है। 10 रुपए की कुल्लड़ वाली चाय और 15 रुपए के पकोड़े से बलबीर की 10000 तक की 1 दिन की कमाई हो जाती है। बलबीर की दुकान के बाजार से 4 युवकों को रोजगार भी मिला और बलबीर ने अपने भाई को सारी सुविधाएं देकर आज इंस्पेक्टर बना दिया।