Faridabad: गांव दीघोट और रुंधी में सीएम फ्लाइंग की टीम ने बिना बिजली विभाग की अनुमति के लगाए गए ट्यूबवेलों पर कार्यवाही की। सीएम फ्लाइंग को बिजली विभाग के पास तीनों ट्यूबवेलों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। पूछने लगी गांव के लोगों ने बताया कि यह ट्यूबवेल बिना एस्टिमेट कोस्ट जमा कराए और सरकारी सामान संपत्ति का प्रयोग कर लगाया गया है। इसके अलावा गांव वालों ने बताया कि कनेक्शन को लगवाने में ठेकेदार द्वारा ढाई लाख रुपये किसानों से वसूले गए हैं।
इसके बाद इस सम्बंध में एसई बिजली बोर्ड पलवल द्वारा भ्रष्टाचार संबंधी तथ्यों के लिए व अवैध ट्यूबवैल कनेक्शन करने व करवाने वालो के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है। जो सभी तथ्यों को मध्यनजर रखते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करेगी और आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करेगी।
डीएसपी राजेश चेची की माने तो उन्हें इस संबंध में गुप्त सूचना मिली थी कि गांव दीघोट और रुंधी में अवैध रूप से ट्यूबवेल चलाए जा रहे है। जिसका बिजली विभाग और अन्य किसी विभाग के पास कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और गांव में लगे तीनों ट्यूबवेलों का बिजली विभाग से रिकॉर्ड मांगा। लेकिन बिजली विभाग के पास कोई रिकॉर्ड नही मिला।
इस संबंध में बिजली बोर्ड पलवल द्वारा भ्रष्टाचार संबंधित तथ्यों की जांच के लिए एवं अवैध ट्यूबवेल कनेक्शन करने व करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो कि सभी तथ्यों को मध्य नजर रखते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट देगी।