HomePoliticsव्यक्तिगत टिप्पणी पर सूरत कोर्ट का फैसला बिल्कुल सही: कृष्णपाल गुर्जर

व्यक्तिगत टिप्पणी पर सूरत कोर्ट का फैसला बिल्कुल सही: कृष्णपाल गुर्जर

Published on

Faridabad: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरनेम को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों से पिछले नौ साल में पिछड़ा सहित अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज लगातार आहत हुआ है। राहुल गांधी ने ओबीसी समाज की भावनाओं की कभी कद्र नहीं की। मानहानि के मामले में सूरत कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने के मुद्दे पर केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि ओबीसी समाज कोर्ट के आदेश का स्वागत कर रहा है।

इसके अलावा गुर्जर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी ने राफेल पर माफी मांगी तो शीर्ष अदालत ने उन्हें किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणियां करने को लेकर सचेत किया था। सूरत कोर्ट ने भी राहुल गांधी को माफी मांगने का विकल्प दिया था, लेकिन राहुल अपने अहंकार में रहे। राहुल गांधी विश्व के लोकप्रिय नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरनेम को लेकर टिप्पणियां करते रहे।

गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने अपनी और अपने शासन की गलतियों का ठीकरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सिर पर फोड़ने का प्रयास किया। कांग्रेसियों के लिए ओबीसी समाज धृणा का पात्र बन गया। कांग्रेस प्रधानमंत्री पद पर तो अपना वर्चस्व मानती थी, लेकिन जब देश के 120 करोड़ लोगों ने देश की बागडोर मोदी के हाथ में सौंपी तो कांग्रेस नेता बौखला गए। कांग्रेसियों ने कभी चोर तो कभी मौत का सौदागर कहकर न सिर्फ चुने हुए प्रधानमंत्री बल्कि जनता की भावनाओं का अपमान किया है।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...