Faridabad: पाली गांव में विरोध के बाद अब गांव में अस्थाई कूड़ा घर बनना कैंसिल हो गया है। वहीं, नगर निगम अधिकारी अब अस्थाई कूड़ा घर के लिए नई जगह की तलाश में लग गए हैं। वहीं दूसरी ओर एनजीटी ने 31 मार्च के बाद बंधवाड़ी में कूड़ा डालने पर रोक लगा रखी है। ऐसे में वैकल्पिक जगह की तलाश करने में निगम अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। फिलहाल अब इंजीनियरिंग ब्रांच के अधिकारी विधानसभा वाइज कूड़ा घर बनाने पर विचार किया जा रहा है।
गौरतलब रहें, कि पाली ग्रामीणों द्वारा केंद्रीय राज्य मंत्री के कार्यालय का घेराव कर गांव में बनने वाले अस्थाई कूड़ा घर का विरोध किया गया था। जिसके बाद केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सोमवार को डीसी विक्रम सिंह और निगम कमिश्नर जितेंद्र दहिया के साथ बैठक कर पाली में कूड़ा घर न बनाकर दूसरे स्थानों पर विचार करने का सुझाव दिया था। इसके बाद शाम को ही निगम कमिश्नर ने पाली गांव के लेागों के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की।
वहीं से अरावली के जितेंद्र भड़ाना ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री लोग ग्रामीणों की बात को सुना और उसका समाधान किया साथी पाली में बनने वाले अस्थाई कचरे घर को रुकवा दिया है। यह पाली ग्रामीणों की जीत है। उसके बाद निगम कमिश्नर ने पाली ग्रामीणों एक मीटिंग बुलाई और गांव में बनने वाले अस्थाई कचरा घर पर रोक लगा दी है। निगम कमिश्नर के इस फैसले से ग्रामीण काफी खुश हैं।
नगर निगम के चीफ इंजीनियर ओमवीर ने बताया कि अभी कोई जगह फाइनल की है। अभी फिजिविलिटी का अध्ययन किया जा रहा है और जगह को लेकर सभी जोन वाइज मंथन कर रहे है। क्योंकि पांच अलग अलग स्थानों पर अस्थायी कूड़ा घर बनाना संभव नहीं है। वहीं दूसरी ओर एनजीटी ने 31 मार्च के बाद बंधवाड़ी में कूड़ा डालने पर रोक लगा रखी है।