Faridabad फरीदाबाद में कोरोना फिर से बेकाबू हो रहा है। महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 100 से ज्यादा व्यक्तियों के एकत्रित होने पर मास्क लगाना अनिवार्य कर गया है। लेकिन जिले में आमजन को देखकर लगता है कि कोरोना जैसी कोई महामारी यहां है ही नहीं।
कोरोना महामारी को देखते हुए मंत्री जी ने शासन को बताने के लिए प्रशासन ने कागजों में आदेश जारी तो कर दिए। लेकिन अमल कराने का बीड़ा नहीं उठाया है। यही कारण है कि जिले में फिर से काेरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। पिछले कुछ दिनों से कोविड एक्टिव मरीजों की संख्या स्थिर थी लेकिन वर्तमान में 168 कोरोना एक्टिव मरीज हैं। लेकिन इन सबके बीच हैरानी की बात है कि जिला नागरिक अस्पताल में न तो मरीजों की जांच की जा रही है और ना ही वैक्सीन की डोज उपलब्ध है। पिछले चार दिनों से वैक्सीन लगवाने आ रहे लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
वीरवार को पहचान फरीदाबाद की टीम ने ओल्ड रेलवे स्टेशन से लेकर बल्लभगढ़ बस स्टैंड तक की हकीकत जानी तो सामने आया कि 100 में से पांच व्यक्तियों ने भी मास्क लगाए नजर नहीं आए।
ओल्ड रेलवे स्टेशन
रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों में ज्यादातर यात्री बिना मास्क लगाए ही रेलवे परिसर में प्रवेश करते नजर आए। यहां आने वाले यात्रियों की संख्या उंगलियों पर गिनने लायक भी नहीं थी। वहीं, सड़कों की बात करें तो बाइकों पर तीन-तीन लोग बैठे हुए जा रहे थे और मास्क कोई लगाए नजर नहीं आ रहा था।
बस अड्डा
बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर आने वाले यात्री भी बिना मास्क नजर आए। लोगों की यह लापरवाही अब उन्हें भारी पड़ सकती है। क्योंकि जिले में लगातार महामारी के बढ़ते मामले लोगों के लिए खतरा बन रहे है।
एनआईटी-1 मार्किट
एनआईटी-1 की मार्किट में हर रोज हजारों की संख्या में लोग खरीदारी करने के लिए आते है। लेकिन किसी भी व्यक्ति ने मास्क नही लगाया। अब देखना यह रहेगा की बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन या स्वास्थ्य मंत्री की ओर से कोई नई गाइडलाइन जारी होगी या नहीं।