Faridabad: अब शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए कमर कस ली है। शिक्षा विभाग ने सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य कर दी है। इसके लिए जिले में एक कमेटी का भी गठन किया गया है। यह कमेटी निजी स्कूलों की मनमानी पर नजर रखेगी और विभागीय आदेश की अवहेलना करने वाले और अभिभावकों से मनमाना पैसा वसूलने वाले स्कूलों की सीधे मान्यता रद्द करेगी। इस सम्बंध में जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी ने एक आदेश जारी करते हुए निजी स्कूलों को इस सम्बंध में चेताया है।
वहीं, दूसरी ओर अभिभावक योगिता का कहना है कि यह आदेश यदि जिला शिक्षा अधिकारी सत्र शुरू होने के साथ की लागू करती तो शायद निजी स्कूल मनमानी ही नहीं करते। लेकिन इस आदेश का अब कोई फायदा नही है क्योंकि सत्र शुरू होने के साथ ज्यादातर अभिभावकों ने बुक्स खरीद ली है।
इसके अलावा अभिभावक एकता मंच का आरोप है कि संबंधित मामले को लेकर आपत्ति दर्ज करवाई थी और जिला शिक्षा अधिकारी के सामने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ साक्ष्य भी प्रस्तुत किया था। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने समय पर आदेश जारी नही किया। अब तो विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू होने वाली है। अब यह आदेश किसी काम का नही रहा।