Faridabad: कोरोना के बाद जिले के लोगों ने बीते एक वर्ष में जमकर जाम छलकाएं हैं। जिसका फायदा सरकार को हुआ है। फरीदाबाद वासियों ने 2022-2023 के दौरान 558 करोड़ रूपये की शराब पी है। आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022-23 के लिए सरकार ने 471 करोड़ रुपये का टारगेट रखा था। जिसके बाद 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक 558 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया है जो निर्धारित लक्ष्य से काफी ज्यादा है।
दरअसल, फरीदाबाद में महामारी के बाद बार की संख्या में बढ़ोतरी की दर्ज की गई है। ज्यादा शराब की बिक्री के पीछे बार को ही मेन कारण माना जा रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद में बारों की संख्या फिलहाल छह हो चुकी है। जबकि पूरे फरीदाबाद में 34 बार संचालित किए जा रहे है। ज़िला आबकारी अधिकारी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, 237 ठेकों के साथ फरीदाबाद प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। यह बीते वर्ष हुई 433 करोड़ की कमाई से अधिक है।
वहीं, हरियाणा में शराब की खपत का बड़ा कारण ये भी है कि उत्तरप्रदेश बॉर्डर से सटे कुछ इलाकों में लोग हरियाणा में आकर शराब खरीद लेते हैं। एक सूत्र ने बताया कि उत्तरप्रदेश व हरियाणा के बॉर्डर पर चेकिंग कम होती है, इसलिए ज्यादातर लोग हरियाणा से शराब खरीदते हैं। उत्तरप्रदेश में शराब के दाम ज्यादा है। यह भी कारण है कि ज़िले में टारगेट से ज्यादा शराब की बिक्री हुई है।
क्या कहना है कमिश्नर का
संबंधित मामले को लेकर डिस्ट्रिक्ट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर अनिल कुमार यादव ने बताया कि शराब की बिक्री से मिलने वाले रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है।