Faridabad: रविवार काे दर्जनों गांवों के लोगों ने नगर निगम द्वारा टिकावली- रिवाजपुर में बनाई जा रही अस्थाई कचरा घर विरोध किया और केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर को ज्ञापन सौंपा। निगम अधिकारियों के इस फैसले से नाराज ग्रामीणों ने कहा कि रिवाजपुर में दूसरा बंधवाड़ी नही बनने देंगे।
दरअसल, संतोष, माया, आशुतोष रिवाजपुर ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम ने बंधवाड़ी में पहले ही कूड़े का पहाड़ खड़ा कर रखा है। इससे आसपास के गांवों की हाबोहवा खराब रहती है। भूजल प्रदूषित हो रहा है। अब निगम अधिकारी रिवाजपुर में भी अस्थाई कचरा घर बनाना चाहते है। कूड़े की दुर्गंध से रिवजपुर ग्रामीणों का रहना मुश्किल हो गया है। यदि अभी ये हाल है तो बाद में क्या होगा।
यह क्षेत्र होंगे प्रभावित
रिवाजपुर में अस्थाई कचरा घर बनने से टिकावली, देहा, भुपानी, पलवली, शेरपुर, लालपुर और महावतपुर गांव के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि नगर निगम अधिकारियों ने स्थाई कचरा घर के लिए जिस जगह को चिन्हित किया है वह पंचायत की जमीन है। जिसमें करीब 800 से 1000 वंचित गरीब लोगों को रहने के लिए आवास दिया गया है। गांव में बनने वाले अस्थाई कचरा घर का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं और केंद्रीय राज्य मंत्री से इसे कहीं और बनवाने की मांग कर रहे हैं।
बता दें, कि पहले अरावली वन क्षेत्र के पाली कस्बे में नगर निगम अधिकारियों ने अस्थायी कूड़ा घर बनाने के लिए जगह फाइनल कर ली थी। पाली में करीब 52 एकड़ में कूड़ा घर बनाने की योजना थी। इसके लिए टेंडर जारी कर दिए गए थे। लेकिन पाली में भी ग्रामीणों के विरोध के बाद अस्थाई कचरा घर नहीं बन पाया। जिसके बाद निगम अधिकारियों ने रिवाजपुर गांव में अस्थाई कचरा घर बनाने का फैसला लिया था। अब रिवाजपुर गांव के लोग भी कचरे घर का विरोध कर यहां से हटाने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब रहे, कि पिछले दिनों गुड़गांव में हुई एनजीटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि 15 फरवरी 2023 से बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर गुड़गांव का 70 प्रतिशत व फरीदाबाद नगर निगम का 50 प्रतिशत प्रतिदिन का फ्रेश कचरा नहीं डाला जाएगा। लेकिन स्थानीय समस्याओं और अस्थायी कूड़ा घर बनाने के विरोध के चलते अब तक यह संभव नहीं हो पा रहा है।